रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम ने पहली बार आईसीसी फाइनल मुकाबला ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला, लेकिन इस टीम को निराशा मिली। रोहित शर्मा के पास एक बेहतरीन मौका था कि वो भारत को खिताबी जीत दिलाएं, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और टीम इंडिया को लगातार दूसरी बार टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मे हार मिली। इससे पहले विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने ये खिताब गंवाया था। भारत को इस फाइनल मैच में 209 रन से बड़ी हार मिली और उसे उप-विजेता बन कर संतोष करना पड़ा।
भारतीय टीम को मिली हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि इस जीत का श्रेय कंगारू टीम को जाता है, लेकिन खास तौर पर ट्रेविस हेड ने शानदार पारी खेली और उनकी वजह से मैच में अंतर आया। रोहित शर्मा ने कहा कि हमने टॉस जीतकर अच्छी शुरुआत की और पहले सत्र में अच्छी गेंदबाजी की, लेकिन उसके बाद गेंदबाजों ने थोड़ा निराश किया और हेड और स्मिथ ने अच्छी बल्लेबाजी की। उनकी बल्लेबाजी की वजह से हम सतर्क हो गए और हमें पता था कि वापसी करना हमेशा मुश्किल होता है, लेकिन हमने अच्छा प्रदर्शन किया और अंत तक लड़े। हमारी बल्लेबाजी थोड़ी लचर रही और बल्लेबाजी के लिए अच्छी पिच पर हम सफल नहीं हो पाए।
अजिंक्य रहाणे और शार्दुल ठाकुर की तारीफ की और कहा कि उन्होंने अच्छा संघर्ष किया। दूसरी पारी में हमारे गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया और पांचवें दिन पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी लग रही थी। रोहित ने कहा कि हमने पिछले चार साल में कड़ी मेहनत की है और ईमानदारी से दो फाइनल खेलना हमारे लिए बड़ी उपलब्धि है। हमने पिछले दो साल में जो कुछ किया उसका श्रेय आप नहीं ले सकते हैं और पूरी टीम ने अच्छा प्रयास किया। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम आगे नहीं बढ़ सके और फाइनल नहीं जीत सके, लेकिन हम अपना सिर ऊंचा रखेंगे और संघर्ष करेंगे।
कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि हम मैच जीत सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। हमें बड़ी साझेदारी की जरूरत थी, लेकिन हम ऐसा नहीं कर पाए। इस मैच में हेड और स्मिथ ने जो साझेदारी की वो हमारे लिए घातक साबित हुआ। दूसरी पारी में हमारे बल्लेबाजों ने कुछ गलत शॉट खेले। टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने पर द्रविड़ ने कहा कि विकेट पर घास थी और लगा रहा था कि पहले गेंदबाजी करना फायदेमंद रहेगा। इंग्लैंड में बाद में बल्लेबाजी आसान हो जाती है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो सका। हमारे कुछ सेशन खराब रहे और इसका खमियाजा हमें भुगतना पड़ा।
टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज विदेशी धरती पर नहीं चल पाते इसके बारे में जब राहुल द्रविड़ से गांगुली ने पूछा तो उन्होंने कहा कि देखिए टीम में काफी अनुभवी खिलाड़ी हैं जो टॉप 5 में खेल रहे हैं। सारे दिग्गज प्लेयर हैं और ये सारे बाद में लीजेंड माने जाएंगे। इन्होंने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में जीते हैं। हां कुछ चुनौतियां ऐसी रही है जहां हम ज्यादा अच्छा नहीं कर पाए हैं। हालांकि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में हर मैच अहम होता है तो इसको ध्यान में रखते हुए हमें काम करने की जरूरत है और अगर हम बॉलर को रन देंगे तो ही मैच जीतेंगे।