वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का फाइनल जून में इंग्लैंड के द ओवल में होना है। टीम इंडिया का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से होगा। इससे पहले इस बात पर बहस हो रही है कि बतौर विकेटकीपर केएल राहुल या केएस भरत में से किसे मौका मिलना चाहिए? लिटिल मास्टर ब्लास्टर सुनील गावस्कर और पूर्व कोच रवि शास्त्री समेत पूर्व खिलाड़ियों ने बेहतरीन बैटिंग रिकॉर्ड के कारण राहुल को बतौर विकेटकीपर खिलाने की पैरवी की है। अब पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने उनपर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि पुराने खिलाड़ियों को अपने दिन नहीं भूलने चाहिए। याद रखना चाहिए कि उन्हें कितना मौका मिला। इसके अलावा उन्होंने कहा कि टेस्ट क्रिकेट में कीपिंग महत्वपूर्ण है। एक कैच छूट गया तो 5 दिन सिर खुजलाते रह जाएंगे।

गौतम गंभीर ने स्पोर्ट्स तक पर कहा, “आपको हमेशा एक स्पेशलिस्ट विकेटकीपर को खिलाना चाहिए। इंग्लैंड में विकेटकीपिंग मुश्किल है, जहां आप पार्ट-टाइम विकेटकीपर के साथ नहीं जा सकते। गंभीर ने यह भी कहा कि केएल राहुल को इंग्लैंड में अच्छे रिकॉर्ड के कारण विशुद्ध रूप से एक बल्लेबाज के तौर पर खिलना चाहिए, लेकिन “विकेटकीपर-बल्लेबाज” के तौर पर नहीं। उन्होंने कहा, “यदि आप डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए केएल राहुल को चुनना चाहते हैं, तो उन्हें एक बल्लेबाज के तौर पर खिलाएं।”

गौतम गंभीर ने केएस भरत का बचाव किया

गौतम गंभीर ने केएस भरत का बचाव किया। उन्हें हाल ही में समाप्त हुई बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज में बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग के लिए पूर्व खिलाड़ियों से भारी आलोचना का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा, “चार मैचों में हम इस नतीजे पर पहुंचे कि केएस भरत की बल्लेबाजी और कीपिंग उम्मीद के मुताबिक नहीं है। उन चार मैचों में हमारे शीर्ष क्रम के बल्लेबाज भी रन बनाने में असफल रहे, हमें इसे ध्यान में रखना चाहिए।”

केएस भरत को लेकर पूर्व खिलाड़ियों पर भड़के गौतम गंभीर

गौतम गंभीर ने आगे कहा, “जो पूर्व खिलाड़ी भरत पर सवाल उठा रहे हैं, उन्हें अपना रिकॉर्ड खुद चेक करना चाहिए। प्रदर्शन न कर पाने के बावजूद उन्हें कितने मौके मिले हैं। टेस्ट क्रिकेट में आपको हमेशा प्रॉपर कीपर को खिलाना चाहिए। एक विकेटकीपर कैच छोड़ सकता है, लेकिन वह कुछ शानदार कैच भी ले सकता है।”

पांच दिन अपना सिर खुजलाते रहेंगे

गौतम गंभीर ने यह भी कहा, ” पूर्व क्रिकेटरों को टेस्ट क्रिकेट में कीपिंग के महत्व को जानना चाहिए। एक ड्रॉप कैच टेस्ट मैच को बदल सकता है। अगर कोई कीपर कैच छोड़ देता है तो आप जानते हैं कि वह एक नियमित कीपर है, लेकिन अगर पार्ट-टाइम कीपर कैच छोड़ देता है, तो आप पूरे पांच दिन अपना सिर खुजलाते रहेंगे कि ओह, हमें एक स्पेशलिस्ट विकेटकीपर को खिलाना चाहिए था।”