भारतीय क्रिकेट टीम के पास साल 2013 के बाद आईसीसी खिताब जीतने का बहुत ही शानदार मौका था। ऐसा नहीं है कि टीम इंडिया कमजोर थी या इस टीम के पास स्टार खिलाड़ियों की कमी थी, लेकिन फिर भी रोहित शर्मा की टीम को उस ऑस्ट्रेलिया ने हराया जिस हाल ही में भारत दौरे पर मेजबान टीम ने 2-1 से हराकर भेजा था। अब इस स्थिति में जब आप जानते हैं कि आप कंगारू टीम को हरा सकते हैं और सक्षम हैं तब भी हार मिलती है तो फिर कमी कहां थी। खैर इसका आकलन तो भारतीय थिंक टैंक जरूर करेगी, लेकिन टीम इंडिया की हार से बाद पूर्व धाकड़ ओपनर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट करते हुए काफी कुछ कह डाला।

वीरेंद्र सहवाग ने भारत को बताया कैसे बनते हैं चैंपियन

सहवाग ने टीम इंडिया हार के बाद ट्वीट किया और कंगारू टीम को जीत की बधाई दी साथ ही लिखा कि वो इस जीत के हकदार थे। इसके बाद उन्होंने लिखा कि क्या भातरीय टीम का मानसिक संतुलन खराब हो गया था कि आर अश्विन को प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया जबकि उन्हें पता था कि कंगारू टीम के पास बाएं हाथ के बल्लेबाज की संख्या काफी ज्यादा है साथ ही टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज को अच्छी बल्लेबाजी करने की जरूरत थी। आपको चैंपियन बनने के लिए बेटर माइंडसेट और अप्रोच की जरूरत है।

आपको बता दें कि कंगारू टीम की प्लेइंग इलेवन में पांच बाएं हाथ के बल्लेबाज थे और अगर आर अश्विन टीम में होते तो इसका फर्क जरूर पड़ता। आर अश्विन को प्लेइंग इलेवन से बाहर किए जाने के फैसले का कई दिग्गज पूर्व क्रिकेटरों ने भी आलोचना की थी। वहीं टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच पारस महांब्रे ने अश्विन को टीम से बाहर किए जाने के फैसले के बाद सफाई देते हुए कहा था कि इस तरह से खिलाड़ी को बाहर रखने का फैसला हमेशा मुश्किल होता है।

पारस ने कहा था कि हमने आर अश्विन को बाहर रखने का फैसला पिच की मिजाज और मौसम को देखते हुए किया। पिच को देखते हुए ही टीम इंडिया चार तेज गेंदबाज के साथ मैदान पर उतरी। आपको बता दें कि इस मैच में गेंदबाजों ने तो फिर भी भारत की मैच में वापसी कराई, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों खास तौर पर टीम के कुछ प्रमुख बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन की वजह से टीम इंडिया टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में लगातार दूसरी बार पहुंचकर भी खिताब जीतने से चूक गई।