World Test Championship Final, IND vs AUS: भारतीय क्रिकेट टीम के ओपनर शुभमन गिल को कैच आउट दिए जाने के मामले में बवाल थमता नहीं दिख रहा है। ऐसा लग रहा है कि टीम इंडिया इस मामले में कड़ा सबक सिखाना चाहती है। शुभमन गिल ने चौथे दिन का खेल खत्म होने के बाद ट्विटर पर अपनी नाराजगी जाहिर की। बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस में मोहम्मद शमी भी इस मुद्दे को लेकर नाखुश दिखे।

टीम इंडिया के वरिष्ठ तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने चौथे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा ‘वे (अंपायर) और समय ले सकते थे। वे जूम इन कर सकते थे। यह सामान्य मैच नहीं है, यह डब्ल्यूटीसी का फाइनल है। उन्हें और अच्छी तरह से जांच करनी चाहिए थी।’ दूसरी ओर कैच के बारे में पूछने पर ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन ने भी अपनी सफाई पेश की।

कैमरन ग्रीन ने मीडिया को बताया, ‘हां, मुझे लगता है कि उस समय मैंने निश्चित रूप से सोचा कि मैंने इसे पकड़ा है। मुझे लगता है कि मैं उस समय जोश में था। मैंने सोचा कि यह क्लियर (कैच है) है इसलिए उसे (गेंद पकड़ने के बाद) फेंक दिया। किसी भी संदेह का कोई संकेत भी नहीं दिखा।’

हमें कोई विवाद नहीं खड़ा करना चाहिए: राजीव शुक्ला

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथे दिन के मुकाबले के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने लंदन में कहा, ‘आज चौथे दिन का खेल समाप्त हुआ है लेकिन अब भी उम्मीद कायम है। विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं। थर्ड अंपायर का निर्णय आखिरी होता है (शुभमन गिल को आउट देने पर) और मुझे नहीं लगता हमें इस पर कोई विवाद खड़ा करना चाहिए। हमें ट्रॉफी जीतने की पूरी उम्मीद है क्योंकि कल का पूरा दिन है।’

बता दें कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से पहले खेलने की परिस्थितियों से हटाया गया ‘सॉफ्ट सिग्नल’ भारत के पक्ष में जा सकता था अगर मैदानी अंपायरों ने टीवी अंपायर को नॉट-आउट का संकेत दिया होता। रिकी पोंटिंग ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कोच जस्टिन लैंगर की राय से सहमति जताई कि इस फैसले पर मिश्रित राय होगी।