प्रत्युष राज। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (WTC Final) में टीम इंडिया को स्टार पेसर जसप्रीत बुमराह की कमी खलेगी। इंग्लैंड में उन्होंने 9 मैच की 17 पारियों में 37 विकेट लिए हैं। 2 बार 5 विकेट ले चुके हैं। वह पिछले 9-10 महीने से मैदान से दूर हैं। ऐसा नहीं है कि केवल बुमराह चोटिल है। भारतीय टीम के लिए इस समय सबसे बड़ी परेशानी तेज गेंदबाजों की चोट है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल से पहले आईपीएल 2023 के दौरान उमेश यादव चोटिल हो गए थे और उन्होंने चिंता बढ़ा दी थी। हालांकि, वह फिट हो गए हैं।
जसप्रीत बुमराह का अजीब एक्शन उनके चोट का कारण हो सकता है, लेकिन प्रसिद्ध कृष्णा, कमलेश नागरकोटी, दीपक चाहर, नवदीप सैनी, खलील अहमद और उमेश यादव के साथ ऐसा नहीं है। इनके चोटिल होने का क्या कारण है? टीम इंडिया की पेस बैटरी के अगुआ मोहम्मद शमी के बचपन के कोच मोहम्मद बदरुद्दीन का कहना है कि तेज गेंदबाजों का स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग का तरीका ठीक नहीं है।
युवा तेज गेंदबाजों का दो घंटे जिम में बिताना समझ के बाहर
मोहम्मद बदरुद्दीन ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ” युवा तेज गेंदबाजों को मेरी यही सलाह है कि अपनी सीम और स्विंग के आकार पर काम करें, अपने शरीर पर नहीं। युवा तेज गेंदबाजों का दो घंटे जिम में बिताना मुझे समझ नहीं आता। यह आपको एक बेहतर गेंदबाज बनने में कैसे मदद करेगा? एक तेज गेंदबाज को वजन उठाने के बजाय बाहर मैदान पर ट्रेनिंग करनी चाहिए। नेट्स में कड़ी मेहनत करनी चाहिए।”
जिम सिर्फ आपके शरीर को शेप दे सकता है, लेकिन मैदान आपको स्टैमिना देगा
मोहम्मद बदरुद्दीन ने आगे कहा, ” एक कोच के तौर पर 16-17 साल के युवाओं को जिम से दूर रखना मुश्किल हो गया है। ये सभी इंस्टाग्राम पर हैं, क्रिकेटर जिम के बाद अपने वीडियो और फोटो पोस्ट करते हैं और यह बडिंग क्रिकेटरों के बीच एक गलत उदाहरण कायम करता है। मैं हमेशा युवा तेज गेंदबाजों से कहता हूं कि जिम सिर्फ आपके शरीर को शेप दे सकता है, लेकिन मैदान आपको स्टैमिना देगा।”