India in ICC finals: टीम इंडिया बुधवार को लंदन के द ओवल स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल (WTC Final) खेलने उतरेगी तो 10 साल का सूखा खत्म करना चाहेगी। टीम महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में इंग्लैंड में ही आखिरी बार आईसीसी टूर्नामेंट जीती थी। भारत साल 2013 में मेजबानों को हराकर चैंपियन बना था। इसके बाद से टीम को आईसीसी ट्रॉफी का इंतजार है। साल 2013 के बाद से टीम चौथी बार फाइनल खेलेगी। इनमें से दो वह इंग्लैंड में ही खेली है। आईसीसी टूर्नामेंट्स के बात बात करें तो टीम इंडिया 10 बार फाइनल खेली है। 4 बार विजेता बनी है, जबकि बार उसे हार का सामना करना पड़ा है। एक बार उसे ट्रॉफी शेयर करनी पड़ी है।

टीम इंडिया पहली बार आईसीसी फाइनल 1983 में खेली थी। कपिल देव की अगुआई वाली टीम वेस्टइंडीज की टीम को हराकर वनडे विश्व कप में चैंपियन बनी थी। इसके बाद साल 2000 में चैंपियंस ट्रॉफी (तब आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी) में न्यूजीलैंड से हारी थी। साल 2002 में श्रीलंका के साथ चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब उन्हें शेयर करना पड़ा था। दोनों ही टूर्नामेंट में सौरव गांगुली कप्तान थे। साल 2003 में टीम इंडिया वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ी थी। उस मैच में टीम को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। 20 साल बाद भी वह मैच भारतीय क्रिकेट फैंस के जेहन में ताजा है।

सौरव गांगुली की अगुआई वाली टीम को बुरी तरह धोया

90 और 2000 के दशक में ऑस्ट्रेलियाई टीम का कोई जवाब नहीं था। तब कंगारू एकतरफा मैच जीता करते थे। साल 2003 वर्ल्ड कप में भी ऐसा ही हुआ। रिकी पोंटिंग, मैथ्यू हेडन, एडम गिलक्रिस्ट और ग्लेन मैक्ग्रा जैसे खिलाड़ियों से सजी कंगारू टीम लगातार दूसरी बार विश्व चैंपियन बनी। फाइनल में उसने सौरव गांगुली की अगुआई वाली टीम को बुरी तरह धोया था। गांगुली ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया और भारतीय गेंदबाजों की धुनाई शुरू हुई।

ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवर में 2 विकेट पर 359 रन बनाए

जहीर खान, जवागल श्रीनाथ और आशीष नेहरा की भारतीय पेस अटैक काफी साधारण दिखी। जहीर ने 7 में 67, श्रीनाथ ने 10 में 87 और नेहरा ने 10 में 57 रन दे दिए। सफलता केवल हरभजन सिंह के हाथों लगी। उन्होंने 8 ओवर में 49 रन देकर 2 विकेट लिए। ऑस्ट्रेलिया की ओर से रिकी पोंटिंग ने नाबाद 140 रनों की पारी खेली। वहीं डेमियन मार्टिन ने नाबाद 88 रन बनाए। एडम गिलक्रिस्ट ने 57 और हेडन ने 37 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवर में 2 विकेट पर 359 रन बनाए।

टीम इंडिया 39.2 ओवर में 234 रन पर सिमट गई

360 रनों के लक्ष्य के जवाब में सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग और युवराज सिंह जैसे बल्लेबाजों का बल्लेबाजी क्रम कुछ नहीं कर पाया। इसकी शुरुआत तेंदुलकर से हुई। पहले ही ओवर में वह 4 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। वीरेंद्र सहवाग ने सबसे ज्यादा 82 रन बनाए। राहुल द्रविड़ ने 47 रन की पारी खेली। टीम इंडिया 39.2 ओवर में 234 रन पर सिमट गई।

क्या खत्म होगा 10 साल का सूखा

साल 2007 में महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में टीम इंडिया टी20 वर्ल्ड कप का खिताब पाकिस्तान को हराकर अपने नाम किया। फिर धोनी की ही कप्तानी में श्रीलंका को हराकर 2011 वर्ल्ड कप जीती। उन्होंने 2013 में इंग्लैंड को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी भी दिलाई। 2014 में धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया को टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में श्रीलंका से हार का सामना करना पड़ा। 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान ने हराया। विराट कोहली तब कप्तान थे। 2021 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में उसे न्यूजीलैंड ने हराया। विराट ही तब कप्तान थे।