वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने भारत पर अपनी पकड़ अब तक मजबूत कर रखी है। वहीं अगर इस मैच में भारतीय टीम को जीत के लिए अगर 250 रन से ज्यादा का टारगेट मिल जाता है तो टीम इंडिया के लिए चौथी पारी में इस टारगेट को भेद पाना मुश्किल हो जाएगा। वैसे पिछले आंकड़े भी इस बात को साबित करते हैं कि भारतीय टीम को अगर कंगारू टीम ने चौथी पारी में जीत के लिए 250 से ज्यादा का टारगेट दिया है तो इसे हासिल कर पाना टीम इंडिया के लिए मुश्किल हो जाता है।

भारत के लिए क्यों मुश्किल हो जाएगा 250 रन से ज्यादा का टारगेट

भारत और ऑस्ट्रेलिया की बीच अब तक खेले गए टेस्ट मुकाबलों में 59 बार कंगारू टीम ने भारतीय टीम को जीत के लिए 250 रन से ऊपर का टारगेट दिया है जिसमें सिर्फ दो बार ही इस स्कोर को चौथी पारी में पार करते हुए जीत हासिल की है। 36 बार भारतीय टीम को इस स्कोर को चौथी पारी में हासिल करने के प्रयास में हार मिली है जबकि टीम इंडिया ने 21 बार मैच को ड्रॉ करवाने में सफलता हासिल की है। यानी अगर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 के फाइनल में अगर टीम इंडिया को 250 रन से ज्यादा का टारगेट मिलता है तो चौथी पारी में भारतीय टीम के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी हो सकती है।

पहली पारी में कैसा रहा दोनों टीमों का प्रदर्शन

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की पहली पारी की बात करें तो भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था, लेकिन कंगारू बल्लेबाज ट्रेविस हेड (163 रन) और स्टीव स्मिथ (121 रन) की पारी के दम पर कंगारू टीम ने 469 रन बना डाले। इसके जबाव में भारतीय टीम ने अजिंक्य रहाणे (89 रन) और शार्दुल ठाकुर (51 रन) की पारी के दम पर 296 रन बनाए। इस तरह कंगारू टीम को 173 रन की अहम बढ़त हासिल हुई। ये कंगारू टीम के लिए सबसे बड़ा प्लस प्वाइंट रहा और यहां से पैट कमिंस की टीम एक बड़ा लक्ष्य टीम इंडिया को देने की स्थिति में है। अभी दो दिनों का खेल शेष है ऐसे में अगर भारत को बड़ा स्कोर चेज करने के लिए मिला तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्या कुछ हो सकता है।

खेल में चौथे व पांचवें दिन बारिश की संभावना

द ओवल में चौथे और पांचवें दिन बारिश की संभावना जताई जा रही है ऐसे में ये भी देखना होगा कि खेल किस दिशा में मुड़ती है। क्या बारिश की वजह से भारत को फायदा हो सकता है, लेकिन मौजूदा स्थिति देखते हुए भारत इस मैच को जीत ले इसकी संभावना थोड़ी कम दिखती है। हालांकि भारत के पास बल्लेबाजों की कमी नहीं है, लेकिन उन्हें लंबी पारी खेलनी ही होगी पर क्या कंगारू गेंदबाजों के खिलाफ वो ऐसा कर पाएंगे ये भी बड़ा सवाल है।