विनेश फोगाट ने शुक्रवार को कहा कि अगर बृजभूषण शरण सिंह 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल होते हैं तो इससे देश में वर्तमान स्थिति को लेकर स्पष्ट संदेश जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार में कोई है, जो भाजपा सांसद को बचाने की कोशिश कर रहा है। विनेश फोगाट और ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक सहित देश के चोटी के पहलवान 23 अप्रैल से जंतर मंतर पर धरने पर बैठे हैं। उन्होंने बृजभूषण पर एक नाबालिग सहित सात महिला खिलाड़ियों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है और वे डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
अपनी मांग को लेकर प्रदर्शनकारी पहलवानों ने रविवार को नए संसद भवन के सामने महिला महापंचायत के आयोजन का फैसला किया है। इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। विनेश से पूछा गया कि अगर डब्ल्यूएफआई प्रमुख उद्घाटन के दौरान उपस्थित रहते हैं तो क्या संदेश जाएगा?
सरकार के अंदर बृजभूषण को कोई बचाने की कोशिश कर रहा है
विनेश ने इसका जवाब देते हुए कहा,‘‘ अगर बृजभूषण 28 मई को नई संसद में उपस्थित रहते हैं तो पूरे देश को स्वत: ही संदेश मिल जाएगा।’’ उन्होंने कहा,‘‘जो कोई भी बृजभूषण को बचाने की कोशिश कर रहा है, वह हमारे खिलाफ है। मुझे नहीं पता कि सरकार में अंदर क्या चल रहा है, लेकिन कोई उसे बचाने की कोशिश कर रहा है और यह सही नहीं है। वह देश की महिलाओं को नुकसान पहुंचा रहा है।’’
महापंचायत को अनुमति नहीं मिलने पर क्या पहलवान
यह पूछे जाने पर कि अगर महापंचायत को अनुमति नहीं मिलने पर क्या होगा? विनेश ने कहा, “कानून लोगों के लिए है। मैं जानती हूं कि पीएम का कार्यक्रम है, लेकिन इस देश की बेटियों को कौन इंसाफ दिलाएगा? अगर बृजभूषण जैसे लोग संसद में बैठते हैं तो निश्चित रूप से हमारे वरिष्ठ नाराज होंगे, लेकिन हम संसद के अंदर नहीं जाएंग। हम सब कुछ शांतिपूर्ण तरीके से करेंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या किसी ने प्रदर्शन को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, विनेश ने कहा, “हम जानते हैं कि कुछ लोग विरोध को पटरी से उतारने की कोशिश कर सकते हैं। इतनी सारी बातें हो रही हैं, बृजभूषण ने बताया कि हमारे विरोध को कनाडा फंड कर रहा है।”