खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोले पहलवानों की बैठक खत्म हो गई है। छह घंटे की मैराठन बैठक के दौरान बुधवार, 7 जून को सरकार ने पहलवानों को 15 जून तक पुलिस कार्रवाई पूरी होने और चार्जशीट दाखिल होने का आश्वासन दिया। साथ ही पहलवानों पर से 28 मई को दर्ज हुए एफआईआर भी वापस लेने की बात कही गई। पहलवानों ने इसके साथ ही 15 जून तक धरने को स्थगित कर दिया। वहीं फेडरेशन का चुनाव 30 जून तक हो जाएगा।

बजरंग पूनिया ने क्या कहा?

बैठक के बाद बजरंग पूनिया ने मीडिया को बताया कि सरकार ने पुलिस की कार्रवाई 15 जून तक पूरी करने की बात कही है। धरने में हिस्सा ले रहे महिला, पुरुष खिलाडियों की सुरक्षा की भी बात कही है और 28 मई की रात को हम पर जितने भी मामले दर्ज हुए हैं वह वापस लेने की भी बात कही है। उन्होंने 15 जून तक धरने को स्थगित होने की जानकारी देते हुए कहा कि हमारा प्रदर्शन खत्म नहीं हुआ है। हमारा प्रदर्शन चलता रहेगा।

अनुराग ठाकुर ने क्या कहा ?

खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, “पहलवानों से मेरी 6 घंटे लंबी चर्चा हुई। हमने पहलवानों को आश्वासन दिया है कि 15 जून तक जांच पूरी कर ली जाएगी और चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी। डब्ल्यूएफआई के चुनाव 30 जून तक कराए जाएंगे। कुश्ती महासंघ की एक आंतरिक शिकायत समिति का गठन किया जाएगा, जिसकी अध्यक्षता एक महिला करेगी। पहलवानों के खिलाफ सभी एफआईआर वापस ली जाएगी। पहलवानों ने यह भी अनुरोध किया कि 3 कार्यकाल पूरा कर चुके बृजभूषण सिंह और उनके सहयोगियों को दोबारा नहीं चुना जाना चाहिए। 15 जून से पहले पहलवान कोई धरना प्रदर्शन नहीं करेंगे।”

विनेश फोगट बैठक में शामिल नहीं हुईं

खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ बैठक में पहलवानों की ओर से साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ही शामिल हुए। विनेश फोगट बैठक में शामिल नहीं हुईं क्योंकि वह हरियाणा में अपने गांव बलाली में एक पूर्व-निर्धारित पंचायत में हिस्सा लेने पहुंची थीं। इससे पहले मंगलवार आधी रात को अनुराग ठाकुर ने पहलवानों को बैठक के लिए ट्वीट करके आमंत्रित किया। इस बैठक से 4 दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से आधिकारिक आवास पर पहलवानों की बातचीत हुई थी।

बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लामबंद पहलवान

पहलवानों ने जनवरी में पहली बार बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला था। सरकार की ओर से ओवरकास्ट कमेटी बनाए जाने के बाद उन्होंने धरना खत्म दिया था। इसके बाद उन्होंने 23 अप्रैल को जंतर मंतर पर फिर बृजभूषण सिंह और महासंघ के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई के निवर्तनाम प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है और गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। द इंडियन एक्सप्रेस पहले ही जानकारी दे चुका है कि दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ 2 एफआईआर दर्ज किए हैं।