Wrestlers Protest On Delih’s Jantar Mantar: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) दिख दे रहे हैं। वीडियो में एक आदमी भाजपा सांसद से पूछ रहा है, ‘जो उन्होंने मेडल जीते थे, वह वापस देनी की…। इस पर बृजभूषण शरण सिंह कह रहे हैं, नहीं पैसा वापस करना चाहिए। मेडल तो 15 रुपए में बिकेगा, मेडल तो 15 रुपए में बिकेगा।’
जनसत्ता.कॉम इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। हालांकि, इसे रियो ओलंपिक की पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक और टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले बजरंग पूनिया ने अपने-अपने ट्विटर हैंडल और इंस्टाग्राम हैंडल पर शेयर किया है।
साक्षी मलिक (Sakshi Malik) के इंस्टाग्राम पर शेयर वीडियो पर लिखा है, ‘जिस मेडल के लिए हमने अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया उस ये आदमी 15 रुपए में बिकने वाला बता रहा है।’ वीडियो के कैप्शन में साक्षी मलिक ने लिखा, ‘गुड्डे गुड़िया से खेलने की उम्र से अखाड़े की मिट्टी को अपना दोस्त बनाया। जो मेडल को ये ₹15 का बता रहे हैं ना उसके लिए मैंने अपना सब कुछ क़ुर्बान कर दिया। शर्म की बात है हमारे देश में चैंपियंस का ये हाल हो रहा है। मैंने ये मेडल मेरे देश के लिए जीता है, कोई इसकी कीमत नहीं लगा सकता।’
बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘जिस मेडल को ये आदमी 15 रुपए का बता रहा है उस मेडल के पीछे हमारी 15 साल की मेहनत है। तुम जैसों ने खैरात में नहीं दिया, खून पसीना बहाकर देश के लिए जीत के आए हैं। लड़कियों को खिलौना और खिलाड़ियों को इंसान समझा होता तो ऐसी टुच्ची बात ना करते।’
बजरंग ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘ये मेडल सालों की मेहनत और करोड़ों देशवासियों की दुआओं की वजह से आया है।जब हम मैदान में उतरते हैं तो देशवासी काम छोड़कर हमारे लिए प्रार्थना करते हैं। हमारे गले में मेडल डलता है तो हर देशवासी का सीना चौड़ा होता है। ये मेरे भारत देश का मेडल है, इसकी कीमत कोई क्या लगाएगा भाई!’ बजरंग ने इसके बाद तिरंगे वाली इमोजी भी पोस्ट की।
जकार्ता एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वालीं विनेश फोगाट ने @du_jat के ट्वीट को रिट्वीट किया। @du_jat ने भी अपने ट्वीट में इसी वीडियो को शेयर किया है। दिल्ली महिला आयोग की चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर इस वीडियो को शेयर किया।
स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) ने लिखा, ‘Champions की मेहनत को सिक्कों में तोलने वाले ऐसे घटिया लोग खेल चला रहे हैं। इसलिए ही बेटियों को आज न्याय के लिए सड़क पर बैठना पड़ रहा है। ये मेडल 15 रुपए का नहीं, इस आदमी की सोच दो कौड़ी की है!’