Worst bowling figures in ODI: भारतीय तेज गेंदबाज भूवनेश्वर कुमार हों, अफगानिस्तान के राशिद खान हों या फिर पाकिस्तान के वहाब रियाज। इन सबकी गिनती दिग्गजों गेंदबाजों में की जाती है। हालांकि, शायद ही आपको मालूम हो कि इन सबके नाम एक अनचाहा रिकॉर्ड भी दर्ज है। वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट मैच की किसी एक पारी में सबसे ज्यादा रन लुटाने के मामले में इन तीनों में वहाब रियाज और राशिद खान दुनिया में दूसरे नंबर पर हैं। वहीं, भुवनेश्वर कुमार और श्रीलंका के नुवान प्रदीप संयुक्त रूप से चौथे नंबर पर हैं।

पांचवें नंबर पर संयुक्त रूप से न्यूजीलैंड के 2 गेंदबाज टिम साउदी और मार्टिन कॉलिन स्नेडेन (Martin Colin Snedden) हैं। इसके अलावा जिम्बाब्वे के ब्रायन वी विटोरी (Brian Vitalis Vitori) भी इसी नंबर पर मौजूद हैं। पहले नंबर पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल लेविस (Michael Llewellyn Lewis) हैं। वहीं, तीसरे नंबर पर नीदरलैंड्स के स्पिनर फिलिप रोनाल्ड पीटर बोइसेवेन (Philippe Ronald Peter Boissevain) हैं।

माइकल लेविस ने 12 मार्च 2006 को जोहानिसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच में 11.30 के औसत से रन लुटाए थे। उन्होंने तब 10 ओवर में एक भी विकेट हासिल किए बिना 113 रन दिए थे। वहाब रियाज ने 30 अगस्त 2016 को नॉटिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ 10 ओवर में 110 रन दिए थे और एक भी विकेट नहीं ले पाए थे। राशिद खान ने 18 जून 2019 को मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ यह अनचाहा रिकॉर्ड अपने नाम किया था। उन्होंने तब 9 ओवर में बिना विकेट लिए 110 रन लुटाए थे।

फिलिप रोनाल्ड पीटर बोइसेवेन ने 17 जून 2022 को एम्सटलवीन में इंग्लैंड के खिलाफ 10 ओवर में बिना विकेट लिए 108 रन दिए थे। भुवनेश्वर कुमार ने 25 अक्टूबर 2015 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 10 ओवर में बिना विकेट लिए 106 रन दिए थे। तेज गेंदबाज नुवान प्रदीप ने 13 दिसंबर 2017 को मोहाली में भारत के खिलाफ मैच में 10 ओवर में एक भी विकेट हासिल किए बिना 106 रन दे डाले थे।

जिम्बाब्वे के ब्रायन वी विटोरी ने 9 फरवरी 2012 को नेपियर में न्यूजीलैंड के खिलाफ 9 ओवर में 105 रन दिए थे। वहीं, टिम साउदी ने 8 मार्च 2009 को क्राइस्टचर्च में भारत के खिलाफ 10 ओवर में 105 रन दिए थे। न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज मार्टिन कॉलिन स्नेडेन ने 9 जून 1983 को द ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ 12 ओवर में 105 रन दिए थे। हालांकि, वह एक विकेट लेने में सफल रहे थे।