वेंकट कृष्णा बी। वर्ल्ड कप में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच रविवार को खेले गए मैच के दौरान टॉस से डेढ़ घंटे पहले रविंद्र जडेजा ड्रेसिंग रूम से निकले और सीधे चेपक की पिच देख रहे भारत के सपोर्ट स्टाफ के पास पहुंचे। दूसरे छोर पर जाते ही उन्होंने खुशी से हार्दिक पंड्या को हाई फाइव दिया और उन स्पॉट्स की ओर इशारा किया, जिसे वह देखकर खुश हो रहे थे। चर्चा रविचंद्रन अश्विन के घर वापसी की हो रही थी, लेकिन घर वापस आने जैसा महसूस जडेजा कर रहे थे। यह चिर परिचित एमए चिदंबरम स्टेडियम का ट्रैक था, जिसके जडेजा आदी हैं। जहां गेंद ग्रिप होती है और इतनी तेजी से घुमती है कि बल्लेबाजों को पिच की गति के हिसाब से ढलने का का मौका ही नहीं मिलता।

रविचंद्रन अश्विन और कुलदीप यादव को पिच से उछाल मिल रही थी और दोनों बल्लेबाजों को बीट कर रहे थे, तब जडेजा को रोहित शर्मा की ओर गेंद सौंपने का इशारा करते देखा गया। ऐसे ट्रैक पर वह क्या कर सकते हैं, यह उनसे बेहतर कौन जानता है। साल में दो महीने जब आईपीएल होता है, तो महेंद्र सिंह धोनी की एक टेम्पलेट पर चेन्नई सुपर किंग्स चलती है। तीन स्पिनर्स के लिए भरपूर सहायता वाली पिचें तैयार की जाती हैं। खासकर उनके लिए जो स्टंप्स की लाइन में गेंदबाजी करते हैं। हाल ही में समाप्त हुए आईपीएल में सीएसके ने शुरुआत में फ्लैट पिच का विकल्प चुना था। इससे पहले तक वह तीन स्पिनर वाले टेम्पलेट के साथ जाती रही है, जिससे उन्हें काफी सफलता मिली है।

ऑस्ट्रेलिया को इन परिस्थितियों का अंदाजा था

ऐसा नहीं है कि ऑस्ट्रेलिया को इन परिस्थितियों का अंदाजा नहीं था। कंगारू टीम पिछले मंगलवार को यहां पहुंची थी। इसलिए टीम इससे परिचित थी। पिछले सप्ताह में जब भी टीम अभ्यास सत्र के लिए यहां आई उसने घास की एक परत हटते देखी। टीम लगातार टर्नर के लिए तैयारी कर रही थी, यहां तक कि प्रैक्टिस पिचों पर रफ बनाकर बल्लेबाजों को स्पिनर्स का सामना कराया गया। ओस नहीं होने और मैच से पहले तीन दिन तक पिच पर बहुत कम पानी पड़ने से पिच अपने परिचित अंदाज में खेली।

सीएसके के फैंस को उत्साहित होने के लिए सिर्फ एक गेंद की जरूरत

सीएसके के फैंस को उत्साहित होने के लिए सिर्फ एक गेंद की जरूरत होती है। 2020 में एक आईपीएल मैच में जब जडेजा को स्पिन मिली, तो कोच स्टीफन फ्लेमिंग डगआउट में खड़े हो गए। उन्होंने बाद में बताया, “जब हमने जडेजा को स्पिन करते देखा तो हम उत्साहित थे।” बस एक बार स्पिन देखना ही आमतौर पर काफी होता है। रविवार को सबसे पहले अश्विन की ओर से एक खतरनाक कैरम बॉल आई। स्टीव स्मिथ ने इस गेंद का सामना किया। गेंद पिच पर पड़ने के बाद घूमी। पिच से धूल उड़ी। स्मिथ भौचक्के रह गए। इसे देखकर जडेजा ने मान लिया होगा कि आज उनका दिन है।

धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स वाली रणनीति अपनाई

टीम में तीन विश्व स्तरीय स्पिनर जडेजा, अश्विन और कुलदीप यादव के साथ भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व कप के अपने पहले मैच के लिए महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स वाली रणनीति अपनाई। इस तिकड़ी ने ऑस्ट्रेलिया की कमर तोड़ दी। ऐसा लग रहा है कि भारत को विश्व कप में आगे बढ़ने का फॉर्मूला मिल गया है। वर्ल्ड कप में भारत के लिए चुने गए ट्रैक इस तरह के ट्रेंड के संकेत दे रहे थे, लेकिन फिर भारत शुरू में अपनी टीम में संतुलन के प्रयास के दबाव में झुका और अश्विन या युजवेंद्र चहल को नहीं चुना। अंत में चोटिल अक्षर पटेल की जगह अश्विन को वापस लाकर यू-टर्न लिया।

जडेजा ने 10 ओवरों में केवल 28 रन दिए

तीनों स्पिनरों ने कुल मिलाकर 30 ओवर में 3 मेडन किए और104 रन देकर 6 विकेट लिए। जडेजा ने 10 ओवरों में केवल 28 रन दिए और स्टीव स्मिथ सहित तीन विकेट लिए। इस विकेट के बाद कंगारू टीम बिखर गई। स्कोर 110/2 से 140/7 हो गया। स्टैंड्स के चारों ओर “धोनी, धोनी” के नारे गूंज रहे थे। जडेजा ने कहा, ” मैं सीएसके के लिए खेलता हूं इसलिए मुझे यहां की परिस्थितियों के बारे में पता है। जब मैंने पिच देखी तो मैंने सोचा कि मुझे 2-3 विकेट मिलने चाहिए। सौभाग्य से मुझे 3 विकेट मिले और मैं बहुत खुश हूं। मैं स्टंप्स में गेंदबाजी करना चाह रहा था और टर्न था। आपको पता नहीं होता कि कौन सी गेंद सीधी जा रही है और कौन सी टर्न हो रही है। मैं पेस में मिश्रण कर रहा था।”

बुमराह, अश्विन और कुलदीप की बेहतरीन गेंदबाजी का इनाम जडेजा को मिला

जडेजा को जसप्रीत बुमराह, अश्विन और कुलदीप की बेहतरीन गेंदबाजी का इनाम मिला। जब डेविड वार्नर और स्मिथ ने दूसरे विकेट के लिए 69 रन की साझेदारी की, तो लग रहा था कि 250 से अधिक का स्कोर भारत के लिए लाइट्स में पीछा करना चुनौतीपूर्ण होगा। अश्विन और कुलदीप शुरुआती स्पैल में थोड़े धीमे थे, लेकिन जल्द ही उन्होंने अपनी गति में बदलाव करना शुरू कर दिया और थोड़ी तेज गेंदबाजी की। कुलदीप ने वॉर्नर को रॉन्ग वन पर पवेलियन भेजा, लेकिन असल में जडेजा ने आंकलन लगाया कि इस पिच पर लेंथ और स्पिड क्या होनी चाहिए।

अपने पांचवें ओवर में जडेजा ने विकेट झटका

डॉट गेंदों का ढेर लगना शुरू हुआ और ऑस्ट्रेलिया पर दबाव पड़ा। 45 गेंद तक बाउंड्री न आने के बाद भी स्मिथ और मार्नस लाबुशेन संभलकर खेल रहे थे। अपने पांचवें ओवर में जडेजा ने विकेट झटका। पहले चार ओवर में 15 रन देने के बाद स्मिथ को जडेजा ने आउट किया। 71 गेंदों में 46 रन बनाने वाले स्मिथ ने गजब का धैर्य दिखाया। वह ऐसा प्लेटफॉर्म बनाने की कोशिश में लगे थे, जहां ग्लेन मैक्सवेल और कैमरन ग्रीन बाद में कुछ तेजी से रन बना सकें, लेकिन स्मिथ की डिफेंस में जडेजा ने सेंध लगा दी। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के ड्रेसिंग रूम में खलबली मच गई।

जडेजा लाल गेंद वाली लाइन लेंथ पर गेंदबाजी कर रहे थे

जडेजा की गेंद मिडिल और लेग स्टंप की लाइन में पिच हुई और तेजी से घूमकर ऑफ स्टंप के ऊपर लगी। यह वह लाइन और लेंथ है, जिसे जडेजा लाल गेंद से फेंकते हैं। ऐसी पिच पर जहां काफी मदद मिल रही थी, उन्होंने मौका हाथ से जाने नहीं दिया। स्मिथ का बल्ला उस लाइन में था जहां गेंद गिरी थी, उधर नहीं जिधर गेंद गई।

ऑस्ट्रेलिया कम स्कोर पर आउट होने की कगार पर था

जडेजा ने लाबुशेन और एलेक्स कैरी को दो गेंदों के अंदर आउट कर दिया। ऑस्ट्रेलिया पिछड़ने लगा था। इसके बाद कुलदीप और अश्विन ने लगातार ओवरों में मैक्सवेल और ग्रीन को आउट किया। ऑस्ट्रेलिया कम स्कोर पर आउट होने की कगार पर था। 140/7 के स्कोर के बाद निचले क्रम में कप्तान पैट कमिंस और मिशेल स्टार्क ने टीम को 199 रन का लक्ष्य तक पहुंचा दिया।