टीम इंडिया 2011 वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पाकिस्तान को हराकर फाइनल में पहुंची थी। इस मैच में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने 85 रन की पारी खेली थी और प्लेयर ऑफ द मैच रहे थे। सईद अजमल की एक गेंद पर रिव्यू लेकर तेंदुलकर एलबीडब्ल्यू आउट होने से बच गए थे। अजमल का अब भी मानना है कि तेंदुलकर आउट थे। उन्होंने दावा किया है कि दिग्गज बल्लेबाज को बचाने के लिए दो फ्रेम काटा गया था। पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर ने नादिर अली के पोडकास्ट पर दावा किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें दिग्गज बल्लेबाज को गेंद करने में कभी कोई दिक्कत नहीं हुई।

सईद अजमल ने कहा, ” विवाद अभी भी जारी है। सचिन तेंदुलकर एलबीडब्ल्यू आउट थे। अंपायर ने भी कहा। अब भी, मैं कह रहा हूं कि वह आउट थे। उन्होंने अंत में दो फ्रेम काट दिया ताकि गेंद स्टंप को मिस कर जाए। नहीं तो गेंद मिडिल स्टंप पर लगती।” अजमल से सवाल किया गया कि उन्हें किस बल्लेबाज का विकेट लेने पर गर्व है। अंतरराष्ट्रीय करियर में 448 विकेट लेने वाले गेंदबाज ने तेंदुलकर का नाम लिया। बाद में अजमल ने ही तेंदुलकर को आउट किया था।

तेंदुलकर को आउट करने पर भारतीय फैंस ने दी गालियां

सईद अजमल ने यह भी कहा, ” 2011 विश्व कप सेमीफाइनल में जब मैंने सचिन तेंदुलकर को आउट किया तो भारतीयों ने मुझे बहुत गालियां दीं। अगर भारतीय इस पॉडकास्ट को देख रहे हैं, तो मैं आपको नहीं छोड़ूंगा। उन्होंने मुझे इतनी गालियां दीं, मैं आपको बता नहीं सकता, लेकिन भारतीय प्रशंसकों के वो शब्द मेरी ऊर्जा बढ़ा रहे थे।”

सचिन तेंदुलकर को गेंदबाजी करने में नहीं होती थी दिक्कत

सईद अजमल ने सवाल का जवाब देते हुए कहा, ” सचिन। वह एक लीजेंड हैं। उन्होंने 20,000 से ज्यादा रन बनाए। उनका विकेट लेना बहुत बड़ी बात है। जब मैं उनके साथ खेला तो मुझे एहसास हुआ कि सचिन के खिलाफ मैच खेलने का क्या मतलब है। मैंने उनके साथ एमसीसी मैच भी खेला। वह मेरी टीम के कप्तान थे। उन्होंने मुझसे कहा कि अपना दूसरा दिखाओ। लिजेंड तो लिजेंड है। मैं उनका आदर करता हूं, लेकिन मुझे उनके खिलाफ गेंदबाजी करना कठिन नहीं लगता था। मैंने सचिन के खिलाफ दो बार खेला है और उन्हें दो बार आउट किया है।”