भारतीय क्रिकेट टीम जिस भी आईसीसी टूर्नामेंट में हिस्सा लेती है, उन्हें खिताब जीतने का प्रबल दावेदार यानी फेवरेट करार दिया जाता है। इस साल के अंत में वनडे वर्ल्ड कप (World Cup) को लेकर भी ऐसे ही हालत होने वाले हैं। ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने भारत को प्रबल दावेदार मानने के बारे में एक दिलचस्प बात कही। उन्होंने कहा कि यह विपक्षी टीमों की ‘साजिश’ होती है। वे खुद पर से दबाव कम करने और भारत पर दबाव डालने के लिए यह रणनीति अपनाती हैं।
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “मैं जानता हूं कि क्रिकेट जगत के लोग कहेंगे कि भारत प्रबल दावेदार है। दुनिया भर के सभी क्रिकेटर इसे एक रणनीति के रूप में उपयोग करते हैं और प्रत्येक आईसीसी टूर्नामेंट से पहले भारत को प्रबल दावेदार बताते है। वे अपना दबाव कम करने और हम पर अतिरिक्त दबाव डालने के लिए इस रणनीति का उपयोग करते हैं। भारत प्रबल दावेदार में से एक हो सकता है।”
ऑस्ट्रेलिया भी एक पावरहाउस है
वर्ल्ड कप के लिए अन्य प्रबल दावेदारों के बारे में बात करते हुए 36 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, “ऑस्ट्रेलिया भी एक पावरहाउस है। हमने बारबाडोस में दूसरे वनडे में हार के बारे में बात की। मैंने कहा था कि हमें टीम इंडिया का समर्थन करना चाहिए और उन्हें विश्व कप में दबाव मुक्त भेजना चाहिए। अधिकांश लोग सहमत थे, लेकिन उनमें से कुछ मानना था कि पहले से ही इस बात को लेकर सतर्कता बरती जा रही है कि अगर टीम इंडिया नहीं जीती तो क्या होगा और सबकुछ प्रशंसकों पर डाल दिया जाएगा।”
कोई भी प्रशंसकों पर दोष नहीं मढ़ सकता
अश्विन ने आगे कहा, “देखिए, हमें यह समझना चाहिए कि कोई भी प्रशंसकों पर दोष नहीं मढ़ सकता। मैं भी समझता हूं। मेरे कहने का मतलब यह था कि प्रशंसक टीम के सबसे महत्वपूर्ण हितधारक हैं। प्रशंसक क्रिकेट मैच का पूरा माहौल बदल सकते हैं। हर बार जब घरेलू टीम मोमेंटम में होती है और समर्थन बहुत अधिक होता है तो अन्य टीमों के लिए काम कठिन होता है। मैं केवल यही कहना चाह रहा हूं। मैं जानता हूं कि जब अन्य टीमें हवाई अड्डे या होटल में पहुंचती हैं तो हम मेजबान के तौर हमेशा बेहतरीन स्वागत करते हैं। हमें इस लेकर स्पष्ट होना चाहिए।”