ICC World Cup 2023: पाकिस्तान ने 2017 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहली पारी में 338 रन का विशाल स्कोर बनाया था। दूसरी पारी में कुछ ऐसा हुआ जो आईसीसी टूर्नामेंट्स में वर्षों तक भारतीय बल्लेबाजों और प्रशंसकों को परेशान करता रहेगा। वह बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर थे, जिन्होंने अपनी स्विंग, सीम मूवमेंट से भारतीय शीर्ष क्रम को ध्वस्त कर दिया था।

मोहम्मद आमिर बाएं हाथ के तेज गेंदबाज थे। आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल के नतीजे के बाद एक प्रवृत्ति की शुरुआत हुई, जिसे अन्य टीमों ने बाद में भारतीय बल्लेबाजों को परेशान करने और सफलता पाने के लिए अपनाया। बाएं हाथ के सीमर्स के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों की कमजोरियां उजागर हैं।

जिन टीमों के पास बाएं हाथ के क्वालिटी सीमर हैं, वे विश्व कप में उन्हें भारतीय शीर्ष क्रम के खिलाफ आजमाना चाहेंगी। चाहे वह 2019 में वनडे विश्व कप सेमीफाइनल के दौरान मैनचेस्टर में मैट हेनरी के साथ ट्रेंट बोल्ट रहे हों या 2021 और 2022 में क्रमशः दुबई और मेलबर्न में शाहीन शाह अफरीदी हों। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजी के लिए कांटा बने हुए हैं।

कहा जा सकता है कि भारतीय बल्लेबाजों को पाकिस्तान के खिलाफ शाहीन शाह अफरीदी ही नहीं, न्यूजीलैंड के ट्रेंट बोल्ट, ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क, इंग्लैंड के सैम करन और रीसे टॉपले, साउथ अफ्रीका के मार्को यानसन, बांग्लादेश के शोरफुल इस्लाम भारतीय बल्लेबाजों के लिए परेशानी पैदा कर सकते हैं।

खास यह है कि इसमें मिचेल स्टार्क, ट्रेंट बोल्ट, मार्को यानसन और रीस टॉपले और सैम करन आईपीएल का भी हिस्सा रह चुके हैं। एक नजर बाएं हाथ के कुछ अन्य तेज गेंदबाजों पर जो मिचेल स्टार्क, ट्रेंट बोल्ट और शाहीन अफरीदी के अलावा रोहित शर्मा की टीम के बल्लेबाजों को परेशान कर सकते हैं।

रीस टॉपले (इंग्लैंड)

वनडे करियर: मैच- 26, विकेट- 38, औसत- 26.81, इकॉनमी- 5.21
यह कहना उचित है कि यदि रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए आईपीएल खेलते समय उन्हें चोट नहीं लगी होती तो रीस टॉपले के विकेटों की संख्या कहीं ज्यादा होती। जब टीमें इंग्लैंड के खिलाफ खेलेंगी तो 29 साल का यह खिलाड़ी प्रमुख खतरों में से एक होगा। वह गेंद को स्विंग करा सकते हैं। इसके अलावा वह नियमित रूप से हार्ड लेंथ हिट भी कर सकते हैं,जो बल्लेबाज को आगे की ओर खींच सकती है और उन्हें डबल माइंडसेट (गेंद को खेलें या छोड़ दें) में पहुंचने को मजूबर कर सकती है।

शोरफुल इस्लाम (बांग्लादेश)

वनडे करियर: मैच- 21, विकेट- 33, औसत- 24.84, इकॉनमी- 5.37
शोरफुल इस्लाम न केवल नई गेंद को स्विंग करा सकते हैं, बल्कि लगभग 135 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज गति से गेंदबाजी भी कर सकते हैं। एशिया कप 2023 में कोलंबो में सुपर 4 मुकाबले में श्रीलंका के खिलाफ वह नई गेंद से प्रभावी नहीं थे, लेकिन पुरानी गेंद से उन्होंने बीच के ओवर्स में अपनी धीमी गेंद से दो विकेट हासिल किए। भारत का बांग्लादेश से पुणे में होगा। पुणे की पिच नई गेंद से तेज गेंदबाजों को मदद करती है।

सैम करन (इंग्लैंड)

वनडे करियर: मैच- 26, विकेट- 28, औसत- 36.78, इकॉनमी- 5.89
सैम करन नई गेंद को भी स्विंग करा सकते हैं। हालांकि, उनकी ताकत पुरानी गेंद और डेथ ओवर्स में हैं। तब वह धीमी गेंदों, यॉर्कर और तेज बाउंसर से बल्लेबाज को फंसा लेते हैं। उनके पास साथी टॉपले की तरह पेस नहीं है, लेकिन अद्वितीय कौशल अधिक है। तमाम तरकीबें होने के बावजूद सैम करन अब तक भारतीयों के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं,लेकिन वह क्वालिटी बॉलर हैं। वह 2022 टी20 विश्व कप में मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहे थे। भारतीय थिंकटैंक को उनसे सावधान रहने की जरुरत है।

मार्को यानसन (साउथ अफ्रीका)

वनडे करियर: मैच- 14, विकेट- 18, औसत- 38.22, इकॉनमी- 6.23
लंबा दुबला-पतला तेज गेंदबाज आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलने के कारण भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए एक जाना-पहचाना चेहरा है। 6’8′ इंच लंबा यह तेज गेंदबाज चाहे किसी भी पिच पर खेले, उछाल हासिल कर सकता है। वह नई गेंद से घातक हैं। उनकी डिलीवरी रिलीज पॉइंट को समायोजित करना कुछ ऐसा है जिसके लिए भारतीय बल्लेबाजी दल को पहले तैयारी करनी होगी।