वर्ल्ड कप में मंगलवार को पाकिस्तान की टीम ने श्रीलंका के खिलाफ 345 रन का टारगेट चेज कर दिया। मोहम्मद रिजवान ने 121 गेंद पर 131 और अबदुल्लाह शफीक ने 103 गेंद पर 113 रन की पारी खेलकर 14 अक्टूबर को भारत के खिलाफ हाई वोल्टेज मुकाबले से पहले बड़ी सिरदर्दी दूर कर दी। हालांकि, पाकिस्तान की टीम के लिए गेंदबाजी चिंता का कारण है।
नीदरलैंड्स के खिलाफ मैच में पाकिस्तान का शीर्ष क्रम लड़खड़ा गया था। 10 ओवर के अंदर 38 रन पर 3 विकेट गिर गए थे। फकर जमां, बाबर आजम और इमाम उल हक पवेलियन लौट गए थे। लंबे वक्त से खराब फॉर्म से जूझ रहे फकर जमां की श्रीलंका के खिलाफ मैच में अब्दुल्लाह शफीक को मौका मिला। उन्होंने इसका भरपूर फायदा उठाया। रिजवान के साथ उन्होंने 167 रन की साझेदारी की।
रिजवान ने लगातार दूसरे मैच में मुसीबत में शानदार प्रदर्शन किया
रिजवान ने लगातार दूसरे मैच में मुसीबत में शानदार प्रदर्शन किया। नीदरलैंड्स के खिलाफ 68 रन की पारी खेली थी। सऊद शकील 68 के साथ मिलकर पाकिस्तान को मिसीबत से निकाला था। हालांकि, भारत के खिलाफ पाकिस्तानी बल्लेबाजों की राह आसान नहीं होंगी। भारतीय गेंदबाज शानदार फॉर्म में चल रहे हैं। रिजवान, शफीक और शकील को बाबर और इमाम से सहयोग की जरूरत होगी।
पेस अटैक का साधारण प्रदर्शन
वर्ल्ड खेलने आने से पहले पाकिस्तान की टीम का मजबूत पक्ष तेज गेंदबाजी मानी जा रही थी। नसीम शाह के चोटिल होने से असर पड़ा था, लेकिन शाहीन अफरीदी और हारिस रऊफ के होने से यह पेस अटैक तब भी खतरनाक दिख रहा था। नीदरलैंड्स और श्रीलंका के खिलाफ मैच की बात करें तो शाहीन अफरीदी साधारण ही दिखे हैं। हारिस रऊफ ने विकेट लिए है, लेकिन हसन अली अच्छी गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं।
स्पिन डिपार्टमेंट के कमजोर होने का भी दबाव
श्रीलंका के खिलाफ शाहीन ने 9 ओवर में 66 रन देकर 1 विकेट लिया। हसन अली ने 4 विकेट लिए,लेकिन 71 रन दिए। हारिस रऊफ ने 10 ओवर में 64 रन देकर 2 विकेट लिए। शाहीन,हसन और रऊफ पर पाकिस्तान के स्पिन डिपार्टमेंट के कमजोर होने का भी दबाव पड़ रहा है। शादाब खान, मोहम्मद नवाज और इफ्तिखार अहमद को खेलने में बल्लेबाजों को दिक्कत नही आ रही।