भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को वनडे वर्ल्ड कप 2023 के पहले चार लीग मैचों में बेंच पर बैठना पड़ा, लेकिन जैसे ही उन्हें मौका मिला उन्होंने अपनी घातक गेंदबाजी के विरोधी टीम के बल्लेबाजों को धूल चटा दी। शमी ने इस वर्ल्ड कप में खेले सिर्फ दो मैचों में ही दिखा दिया की उनकी ताकत क्या है और वह टीम के लिए कितने उपयोगी है। शमी की इस सफलता का क्या राज है इसके बारे में टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने खुलासा किया। गावस्कर ने शमी की तुलना कपिल देव के साथ की है।

शमी प्रैक्टिस पर खूब देते हैं ध्यान

गावस्कर ने कहा कि मुझे पता है कि कपिल देव खुद को किस तरह से फिट रखते थे और शमी भी कुछ वैसा ही कर रहे हैं। शमी ने इंग्लैंड के खिलाफ गजब की गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट लिए थे इस टीम की कमर तोड़कर रख दी थी और भारतीय टीम को 100 रन से जीत मिली थी। गावस्कर ने बताया कि शमी नेट्स में खुद पर ज्यादा फोकस करते हैं। गावस्कर ने बताया कि किस तरह से शमी अपने गांव में बनाए गए ट्रेनिंग पिच पर प्रैक्टिस करते हैं और वनडे टीम से अंदर और बाहर रहने के बावजूद भी लय में बने रहते हैं।

शमी के बारे में गावस्कर ने कहा कि जब नेट्स में गेंदबाजी को अहमियत देने की बात आती है तो शमी थोड़े पुराने स्कूल के हैं और कपिल देव भी इस बात पर विशेष ध्यान देते थे कि तेज गेंदबाज नेट्स पर खूब मेहनत करे, वहां पर लगातार गेंदबाजी करे और फिर मैच में कमाल करके दिखाए और फिर बेस्ट गेंदबाज बने। उन्होंने कहा कि शमी बहुत ही ज्यादा कड़ी मेहनत करते हैं। जब वह घर वापस जाते हैं तो उन्होंने कई पिचें बना रखी है और वह वहां पर गेंदबाजी और सिर्फ गेंदबाजी ही करते हैं। यही सबसे अहम है और वह अपनी फिटनेस पर पूरा ध्यान दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि शमी की यही खासियत है कि जहां रहो गेंदबाजी और बस यही करो। आप पूरे दिन जिम कर सकते हैं, लेकिन दिन के अंत में आपको सिर्फ गेंद फेंकनी होती है और कपिल देव भी यही किया करते थे। वह किसी एक्सपर्ट की बात नहीं सुनते कि नेट्स में सिर्फ 15-20 गेंद फेंको। उन्हें पता है कि वह जितना दौड़ेंगे उतनी ही शानदार गेंदबाजी करेंगे। आपको बता दें कि शमी इस वर्ल्ड कप में खेले सिर्फ दो मैचों में 9 विकेट ले चुके हैं और वर्ल्ड कप में उनके विकेट की संख्या 40 हो चुकी है।