वर्ल्ड कप के पहले मैच में डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड को न्यूजीलैंड ने न सिर्फ 82 गेंद रहते 9 विकेट से हराया, बल्कि उसके रनरेट को काफी नुकसान पहुंचाया। टूर्नामेंट 45 दिन चलना है और टीमों को 9-9 मैच खेलने हैं, ऐसे में पहले ही मैच के बाद रनरेट की बात करना थोड़ी जल्दबाजी लग सकती है, लेकिन इंग्लैंड का रनरेट इतना नीचे गिर गया है कि यह उसकी सेमीफाइनल की राह में रोड़ा बन सकता है।

न्यूजीलैंड की टीम ने इस बड़ी जीत से खुद ड्राइविंग सीट पर पहुंचा दिया है। उसका रनरेट +2.149 हो गया है। वहीं इंग्लैंड का रनरेट गिरकर -2.149 हो गया है। इंग्लैंड की टीम को 8 मैच और खेलने हैं। जोस बटलर की अगुआई वाली टीम को अपना रनरेट सुधारने यानी – से + में आने के लिए बड़ी जीत दर्ज करनी होगी।

2019 वर्ल्ड कप में रनरेट पर फंसा था पेंच

2019 वर्ल्ड कप भी राउंड रॉबिन फॉर्मेट में खेला गया था। लीग स्टेज में 7 मैच जीतने वाली टीमें आराम से सेमीफाइनल में पहुंची थीं। टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया ने 7-7 मैच जीते थे। भारत का एक मैच धुला था और वह 15 अंक के साथ पहले नंबर पर रहा था। ऑस्ट्रेलिया की टीम 14 अंक के साथ दूसरे नंबर पर रही थी। इंग्लैंड 12 अंकों के साथ तीसरे नंबर पर। वह 6 मैच जीती थी। न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के 11-11 अंक थे। दोनों ने 5-5 मैच जीते थे। रनरेट की वजह से कीवी टीम सेमीफाइनल में पहुंची थी।

इंग्लैंड की राह मुश्किल

इंग्लैंड की टीम बचे 8 में से 7 मैच जीतेगी। यह असंभव सा दिखता है। कारण है बड़ी टीमों के खिलाफ उसके मैच। भारत के खिलाफ उसका मैच लखनऊ में है। अगर लखनऊ की पिच पहले की तरह स्पिनर्स के मुफीद हुई तो यह जोस बटलर की अगुआई वाली टीम के लिए टेढ़ी खीर साबित हो सकती है। ऑस्ट्रेलिया से उसे अहमदाबाद में खेलना है, जहां न्यूजीलैंड ने बुरी तरह उसे हराया। पाकिस्तान से उसे ईडन गार्डन में खेलना है। कोलकाता की परिस्थितियां पाकिस्तान के लिए मुफीद होंगी।

आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 की ताजा अंक तालिका देखने के लिए यहां क्लिक करें
यहां क्लिक करें देखें आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 का पूरा शेड्यूल
आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 के आंकड़ों पर नजर डालने के लिए यहां क्लिक करें

अब डिफेंडिंग चैंपियन की निगाहें बड़ी जीत पर होगी

इंग्लैंड को अफगानिस्तान से अरुण जेटली स्टेडियम में मैच खेलना है। दिल्ली की पिच अफगानिस्तान के स्पिनर्स के लिए मुफीद रहेगी। अगर इंग्लैंड की टीम आगे 4 में से 2 मैच भी हारी भी तो सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए दिक्कत पैदा होगी। रनरेट पर बात आई तो इंग्लैंड की टीम के लिए मामला फंस सकता है। ऐसे में अब डिफेंडिंग चैंपियन की निगाहें सिर्फ जीत नहीं बड़ी जीत पर होगी, ताकि रन रेट पर पेंच फंसे तो उसे दिक्कत न हो।