National Sports Day India 2025: भारत में 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। इसी दिन हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद का जन्म हुआ था। खेल दिवस के मौके पर राष्ट्रपति खिलाड़ियों को खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित करती हैं। इसके अलावा कोचों को द्रोणाचार्य अवार्ड दिया जाता है। खेल मंत्रालय ने कहा है कि इस वर्ष खेल दिवस का नेतृत्व फिट इंडिया मिशन द्वारा किया जाएगा। मंत्रालय ने कहा कि उसने ‘एक घंटा, खेल के मैदान में’ थीम के तहत 29 से 31 अगस्त तक “राष्ट्रव्यापी खेल और फिटनेस अभियान” शुरू किया है। आइए जानते हैं खेल दिवस से जुड़े रोचक तथ्य
मेजर ध्यानचंद कौन थे?
राष्ट्रीय खेल दिवस मेजर ध्यानचंद की जयंती पर मनाया जाता है। उनका जन्म 29 अगस्त, 1905 को हुआ था। फील्ड हॉकी के सर्वकालिक महान खिलाड़ी के रूप में पहचाने जाने वाले ध्यानचंद दूसरे विश्व युद्ध से पहले 1929 से 1936 तक ओलंपिक में अपना दबदबा बनाने वाली भारतीय टीमों के हिस्सा थे। संन्यास के बाद भी उनकी विरासत जारी रही क्योंकि भारत ने दूसरे विश्व युद्ध के बाद 1948 में हुए ओलंपिक में हॉकी का स्वर्ण पदक जीता। 1952 और 1956 में भी उसने स्वर्ण पर कब्जा जमाया। 1960 में पाकिस्तान से फाइनल हारने के बाद रजत पदक जीता। फिर 1964 में पाकिस्तान को हराकर स्वर्ण पदक जीता।
“क्रिकेट में रन बनाने की तरह” गोल करते हैं ध्यानचंद
ध्यानचंद के पास गेंद को अपने नियंत्रण में रखने और गोल करने की क्षमता थी। इसके कारण उन्होंने हॉकी से बाहर भी प्रसिद्धि हासिल की। ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर डॉन ब्रैडमैन ने उनके बारे में कहा था कि वे “क्रिकेट में रन बनाने की तरह” गोल करते हैं। उनकी जयंती पर राष्ट्रीय खेल दिवस मनाने के अलावा भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार भी उनके नाम पर रखा गया है।
राष्ट्रीय खेल दिवस पहली बार कब मनाया गया था और इसे क्यों मनाया जाता है?
राष्ट्रीय खेल दिवस पहली बार 2012 में मनाया गया था। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य देश में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देना है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इसी दिन भारत के राष्ट्रपति खिलाड़ियों को उनकी उपलब्धियों के सम्मान में राष्ट्रीय खेल पुरस्कार प्रदान करते हैं।
राष्ट्रीय खेल दिवस पर राष्ट्रपति द्वारा प्रतिवर्ष कौन से राष्ट्रीय खेल पुरस्कार दिए जाते हैं?
मेजर ध्यानचंद खेल रत्न – देश का सर्वोच्च खेल सम्मान।
अर्जुन पुरस्कार – दूसरा सर्वोच्च खेल सम्मान।
द्रोणाचार्य पुरस्कार – प्रशिक्षकों के लिए सर्वोच्च खेल सम्मान।
मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी – विश्वविद्यालय स्तर की प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए।
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार – पिछले तीन वर्षों में खेलों को बढ़ावा देने में निजी और सार्वजनिक संगठनों के प्रयासों के लिए दिया जा रहा है।