आत्माराम भाटी
जहां पर 22वें विश्व कप फुटबाल का आयोजन 20 नवंबर से 18 दिसंबर, 2022 तक होने जा रहा है। इसमें दुनिया की 32 सर्वश्रेष्ठ टीमें चार-चार टीमों के आठ समूहों में आपस में लीग मैच खेल कर अपने खिताबी सफर की शुरुआत करेंगी। लीग मैचों के बाद प्रत्येक समूह से 2-2 टीमें राउंड सोलह में जगह पक्की करेगी। उसके बाद आठ टीमें क्वार्टर फाइनल में, चार टीमें सेमी फाइनल और अंत में शुरू से विजयी रथ पर सवार बेहतरीन दो टीमें खिताबी मुकाबला 18 दिसंबर को खेलेंगी। वहीं 17 दिसंबर को सेमी फाइनल हारने वाली टीमें तीसरे स्थान के लिए जोर आजमाइश करेंगी।
कतर में होने वाले विश्व कप के लिए 211 देशों के मध्य विश्व कप योग्यता चक्र के मुकाबले खेले गए। इन मुकाबलों के बाद मेजबान कतर के अलावा 31 देशों ने योग्यता प्राप्त की। इनमें यूरोप से 13, दक्षिण अमेरिका से 5, अफ्रीका से 5, एशिया से 4, उतरी अमेरिका से 3, ओसियाना से 1 टीम शामिल है। इन सभी 32 टीमों को 4-4 टीमों के आठ समूहों में रखा गया है। इस प्रकार कुल 32 टीमें एक माह तक चलने वाले इस महाकुंभ में विश्व विजेता बनने के लिए 64 मैचों में मैदान के एक कोने से दूसरे कोने तक भागती गेंद को अपने पैरों की चपलता से विरोधी टीम के गोलपोस्ट में डालने के लिए जी-तोड़ कोशिश करेंगी।
इन खिलाड़ियों पर रहेगी नजरें
इस विश्व कप में जिन खिलाड़ियों पर खेल प्रेमियों की निगाहें रहेंगी, उनमें दुनिया के नंबर वन अर्जेंटीना के लियोनल मेसी, नंबर दो पोलैंड के राबर्ट लेवानडोवस्की, नंबर तीन पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो, हाल ही में बेलान डी ओर अवार्ड जीतने वाले फ्रांस के करीब बेंजेमा, इंग्लैंड के हैरी केन, मिश्र के मोहम्मद सालेह, ब्राजील के नेमार, उरूग्वे के लुईस सुआरेज व बेल्जियम के केविन डी ब्रूइन प्रमुख है। देखना है कि इनमें से कौन अपने खेल के जादू से अपने देश को विश्व कप दिलवाने में अहम भूमिका निभाता है।
कौन हो सकता है सरताज
22वें विश्व कप का सरताज कौन होगा। पहले से सटीक भविष्यवाणी करना किसी के लिए भी मुमकिन नहीं है। इसके लिए हमें 48 ग्रुप मैचों, 16 नाक आउट मैचों के साथ 18 दिसंबर को इस कप के लिए होने वाले 64 वें मैच सहित यानी अंतिम जंग तक इंतजार करना होगा। अभी तक विश्व कप के जो 21 आयोजन हुए हैं, उनमें विश्व कप को विजेता के रूप में चूमने का अवसर केवल आठ देशों ब्राजील, इटली, जर्मनी, उरुग्वे, फ्रांस, इंग्लैंड, अर्जेंटीना व स्पेन को ही नसीब हुआ है। ऐसे में इस बार सभी की निगाहें इस ओर भी हैं कि क्या इस बार इस कप को चूमने वाला नौवां देश सामने आएगा या फिर इन्हीं देशों में से ही कोई विजेता होगा।
अभी तक विश्व कप पर यूरोपीय और दक्षिण अमेरिकी टीमों का वर्चस्व रहा है, उसे देखते हुए इस बार भी मजबूत दावेदारी में ब्राजील, अर्जेंटीना, स्पेन, जर्मनी, इंग्लैंड, फ्रांस को किसी भी रूप में कमतर आंकने की भूल नहीं कर सकते। इनमें से कोई भी टीम अपने दमदार प्रदर्शन के बूते विजेता बनने का दमखम रखती है। एशिया और अफ्रीकी टीमों के लिए विश्व कप जीतना अभी सपना ही बना हुआ है। अभी भी इन दोनों महाद्वीपों की नौ टीमों में वो माद्दा नजर नहीं आता कि वे यूरोप व दक्षिण अमेरिकी टीमों को पछाड़ सके।
विश्व कप का सफर
1930 में पहला विश्व कप उरुग्वे में खेला गया। इसमें 13 देशों ने भाग लिया। विश्व कप का पहला गोल फ्रांस के लूसियन लारेंट ने किया। पहला खिताब मेजबान उरुग्वे ने अर्जेंटीना को 4-2 से हराकर जीता। फीफा के प्रयास से 1958 में पहली बार विश्व कप का लाइव प्रसारण टेलीविजन पर किया गया। 1970 में मैक्सिको विश्व कप को उपग्रह के जरिये पहली बार पूरे यूरोप में दिखाया गया। 1970 में ही विश्व कप का नाम फीफा विश्व कप रखा गया।
1982 स्पेन में आयोजित विश्व कप से फीफा ने टीमों की संख्या 24 कर दी। 1998 में फ्रांस में टीमों की संख्या 32 तक बढ़ा दी गई। 1988 में फुटबाल खेले में अनुशासन के लिए पहली बार फेयर प्ले ट्राफी दी गई। 1991 में पहली बार महिला विश्व कप फुटबाल प्रतियोगिता की गई जिसे अमेरिका ने जीता। 2002 में पहली बार विश्व कप का आयोजन एशिया में जापान और द0 कोरिया की संयुक्त मेजबानी में किया गया।
विश्व कप आंकड़ों में
फीफा विश्व कप के अब तक 21 आयोजन हो चुके हैं। इनमें ब्राजील सबसे ज्यादा पांच बार (1958, 62, 70, 94, 2002)। इटली चार बार (1934, 38, 82, 2006)। जर्मनी चार बार (1954, 74, 90, 2014)। उरुग्वे दो बार (1930, 50)। अर्जेंटीना दो बार (1978, 86) फ्रांस दो बार (1998, 2018) । इंग्लैंड (1966) स्पेन (2010) में एक-एक बार खिताब जीत चुके हैं। अब तक 21 विश्व कप में 900 मैच खेले जा चुके हैं जिनमें 2538 गोल हुए हैं।
विश्व कप का पहला गोल करने का श्रेय 1930 में आयोजित पहले विश्व कप में फ्रांस के लूसियन लारेंट को मिला। सर्वाधिक गोल करने वालों में ब्राजील के रोनाल्डो ने 15, जर्मनी के जर्ड मूलर ने 14 तथा फ्रांस के फोेटेन ने 13 गोल किए हैं। एक ही टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 13 गोल करने का श्रेय फ्रांस के जस्ट फोंटेन को है जिन्होंने 1958 विश्व कप में किए। सबसे अधिक उम्र में गोल करने का श्रेय कैमरून के रोजर मिला को है जिन्होंने 42 साल 39 दिन की उम्र में गोल किया।
सबसे युवा गोल स्कोरर ब्राजील के पेले हैं जिन्होंने 17 साल 239 दिन में गोल किया। इस सदी में हुए पांच विश्व कप में किए गए गोलों पर निगाह डालें तो 2002 में 161 गोल, 2006 में 147 गोल, 2010 में 145 गोल, 2014 में 171 गोल तथा 2018 में 169 गोल किए गए। देखना है इस बार गोलों की संख्या कहां तक पहुंचती है। ब्राजील अभी तक हुए सभी 21 विश्व कप खेल चुका है, जबकि इटली 18 व जर्मनी ने 19 विश्व कप खेले हैं। इटली इस बार क्वालीफाई नहीं कर पाया।