(देवेंद्र पांडे) आईपीएल के चेयरमैन अरुण धूमल को उम्मीद है कि लीग के फिर से शुरू होने पर विदेशी खिलाड़ी, जो स्वदेश लौट गए हैं, वापस आ जाएंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि आईपीएल को फिर से शुरू करने का फैसला सरकार से सलाह लेने के बाद ही लिया जाएगा। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में धूमल ने धर्मशाला में खेल को बीच में ही रोकने और पंजाब व दिल्ली के क्रिकेटरों को दिल्ली लाने के लिए विशेष ट्रेन चलाने के कारण के बारे में बात की।
सवाल- गुरुवार को धर्मशाला में खेले जा रहे मैच को बीच में ही रोकना पड़ा, इसके पीछे क्या कारण था?
अरुण धूमल- हम जिस तरह की स्थिति में ते उसे देखते हुए फैसला लेना एक चुनौती थी। हमें स्टेडियम से फैंस को किस तरह से निकालना है और आगे क्या करना है इसके बारे में जिला प्रशासन और राज्य प्रशासन से पहले ही चर्चा कर ली थी। हमने मैच शुरू तो करवाया, लेकिन लेकिन सोशल मीडिया पर जिस तरह की खबरें चल रही थीं उसे देखते हुए हम नहीं चाहते थे कि स्टेडियम में प्रशंसकों में घबराहट पैदा हो। यह समझदारी थी कि हमने खेल को रोक दिया और प्रशंसकों को स्टेडियम से बाहर निकाल दिया। एहतियात के तौर पर, हमने खेल को बीच में ही रोक दिया क्योंकि बहुत सारी गलत सूचनाएं फैल रही थीं। स्टेडियम के अंदर 25,000 प्रशंसक थे, साथ ही दो टीमों के क्रिकेटर और ब्रॉडकास्टिंग से जुड़े अन्य लोग भी थे।
धूमल ने आगे कहा कि खेल के दौरान एक छोटा सा ब्रेक था और हमने जिला आयुक्त, डिप्टी कमिश्नर, वरिष्ठ अधिकारियों और उच्च अधिकारियों के साथ चर्चा की। हमने अगले कदम के बारे में बात की। मैं दोनों टीमों के टीम प्रबंधन के लोगों के पास गया और उन्हें स्थिति से अवगत कराया। फिर मैं मैदान पर गया और सभी प्रशंसकों से आगे बढ़ने का अनुरोध किया। स्थानीय प्रशासन को घटनाओं (हवाई हमले के सायरन) के बारे में रिपोर्ट मिल रही थी।
सवाल- खिलाड़ियों में असुरक्षा की भावना थी। आपने उन्हें सुरक्षा का भरोसा कैसे दिलाया?
अरुण धूमल- हम टीम प्रबंधन के साथ लगातार संपर्क में थे। हर कोई अपने परिवार से बात कर रहा था। खेल से पहले भी हमने उनसे (दोनों टीमों) बात की थी और हमने उन्हें भरोसा दिया था कि उनकी सुरक्षा हमारे लिए सबसे पहले है। वे मैच खेलने के लिए तैयार थे। मैच तो हुआ लेकिन सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण होने के कारण हमने सोचा कि यह उचित नहीं होगा (खेल जारी रखना) क्योंकि इससे अफवाहें फैल सकती हैं और प्रशंसक घबरा सकते हैं।
सवाल- अगला कदम खिलाड़ियों को धर्मशाला से बाहर निकालना था। आपने इसकी योजना कैसे बनाई?
अरुण धूमल- क्रिकेटरों को सड़क मार्ग से यात्रा करने में बहुत समय लगता। इसलिए ट्रेन सबसे अच्छा और आरामदायक विकल्प था। हमें उन्हें निकालने के लिए सबसे अच्छा विकल्प देखना था। खिलाड़ियों के पास बहुत सारा सामान भी था। भारतीय रेलवे का धन्यवाद, क्योंकि उन्होंने एक विशेष ट्रेन भेजी।
सवाल- कई विदेशी खिलाड़ी घर वापस चले गए हैं, अगर वे वापस नहीं आते हैं तो क्या होगा?
अरुण धूमल- मुझे यकीन है कि विदेशी खिलाड़ी वापस आकर टूर्नामेंट का हिस्सा बनना चाहेंगे। चूंकि आईपीएल को एक सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया गया था, इसलिए हर कोई अपने प्रियजनों के पास वापस जाना चाहता था। हम स्थिति की समीक्षा करेंगे और उसके मुताबिक सभी को सूचित करेंगे, जिसमें हमारे फ्रैंचाइजी मालिक भी शामिल हैं।
सवाल- ऐसी खबरें हैं कि सीमा पर तनाव के बाद इंग्लैंड आईपीएल की मेजबानी के लिए तैयार है?
अरुण धूमल- मैं भी यही सुन रहा हूंं, लेकिन हमने उनसे कोई बातचीत नहीं की है। मुझे खुशी है कि देश इस प्रीमियर टूर्नामेंट की मेजबानी करने के लिए तैयार हैं।