भारत के स्टार खिलाड़ी रविंद्र जडेजा ने एक बार रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे और उनकी पत्नियों ऋतिका और राधिका को साउथ अफ्रीका के जंगल में चीतों को देखते हुए बड़ी मुसीबत में डाल दिया था! रोहित को अपने साथी खिलाड़ी को पंच करने का मन कर रहा थे, लेकिन वे शांत रहे। 2018 में भारत तीन टेस्ट, छह वनडे और तीन टी20 मैचों की सीरीज के लिए साइथ अफ्रीका गया था। हालांकि भारत पहले दो टेस्ट हार गया, लेकिन उन्होंने तीसरे टेस्ट में जीत दर्ज की। इसके बाद वनडे और टी20 दोनों सीरीज अपने नाम की।
साउथ अफ्रीका रे दौरे के दौरान रोहित और ऋतिका सजदेह, राधिका और अजिंक्य और जडेजा जंगल सफारी के लिए गए थे। वहां जडेजा का मजाक उन सभी के लिए जानलेवा साबित हो सकता था। रहाणे और रोहित ने वॉट द डक शो पर खुद इस घटना के बारे में बताया। रोहित ने चेतावनी दी कि जडेजा के साथ कभी भी कहीं नहीं जाना चाहिए।
चीता वॉकिंग देखने के दौरान घटना
अजिंक्य रहाणे ने कहा, “मुझे कुछ चीजें याद हैं। जरूर बहुत मजा आया था, लेकिन एक जो इंसिडेंट हुआ था, चीता वॉकिंग। हमें लगा चीता वॉकिंग मतलब दो-तीन चीते होंगे और हम उनके पीछे-पीछे चलेंगे। लेकिन हम जंगल में थे और हमें पता नहीं था कि आसपास क्या है? जब हम बीच में जंगल में पहुंचे तो 20 या 25 मीटर की दूरी पर दो चीते थे और उन्होंने शिकार की थी। जैसे ही हम 5-6 लोग पहुंचे। मैं, रोहित, राधिका, ऋतिका और जडेजा।”
एक नंबर का पागल है वो
रोहित शर्मा ने कहा, “जडेजा के साथ कभी जाना नहीं चाहिए कहीं भी। एक नंबर का पागल है वो।” रहाणे ने कहा, ” हम सारे एक साथ वहां पर थे और जैसे हम पहुंचे तो उन्होंने मुड़कर हमारे पास देखा। रोहित शर्मा ने, ” जडेजा के कारण। वहां पर आवाज कर रहा है। उसको बुला रहा सूसूसू…. करके । भाई ये क्या कर रहा है…भाई हम जंगल में हैं। अगर उनको पता चला न दो मिनट में उड़ाकर लेकर जाएंगे। हमारे लाइफ का बेस्ट एक्सपीरियंस था वो। अज्जू का भी होगा, क्योंकि जगंल में आपको ऐसे ही घूमने को नहीं मिलता।”
भाई साहब ने गुजरात में कुछ किस्से किए थे
रोहित शर्मा ने कहा, ” खासकर दो चीते लोग थे वहां पर और उन्होंने तुरंत शिकार किया हुआ था। खाना खा रहे थे और खाना खाते हुए उन्हें परेशान नहीं किया जाता। हम पीछे से देख रहे थे उनको और हमारे जडेजा जी ने वहां से आवाज करना शुरू किया। काफी भाई साहब ने गुजरात में कुछ किस्से किए थे। प्रसाशन को आना पड़ा था। उनको लेकर जाना सही विचार नहीं था। उनको गाड़ी में छोड़ देना चाहिए था।”