टीम इंडिया ने हाल ही में आईसीसी ट्रॉफी जीतने का एक और मौका गंवाया है। WTC Final में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार गई थी और इसी के साथ 10 साल से चला आ रहा यह इंतजार 3-4 महीने और बढ़ गया। भारत पिछले 10 सालों में आईसीसी ट्रॉफी जीतने के 8 मौके गंवा चुका है, जिसमें से 7 बार तो टीम इंडिया फाइनल में जाकर हारी है। उन 8 मौकों में एक 2017 चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल था, जिसमें पाकिस्तान ने भारत को हराकर खिताब अपने नाम कर लिया था। पाकिस्तान ने 5 साल पहले आज ही के दिन भारत को चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में हराया था।

जसप्रीत बुमराह भी थे हार का कारण

18 जून 2017 को खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में पाकिस्तान ने टीम इंडिया को 180 रन से हराया था। भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए यह दिन किसी बुरे सपने से कम नहीं था, क्योंकि इतने बड़े इवेंट के फाइनल में अपने चिर प्रतिद्वंदी से हारना कोई भी भारतीय फैंस इसे हजम नहीं कर पाया। इस हार के लिए जिम्मेदार वैसे तो भारतीय बल्लेबाज थे, लेकिन जसप्रीत बुमराह को भी हार का कारण बताया गया था। बुमराह की एक नो बॉल हार के सबसे बड़े कारण में से एक थी।

बुमराह की नो बॉल पर आउट हो गए थे फखर जमान

दरअसल, जसप्रीत बुमराह ने मैच के चौथे ही ओवर में एक नो बॉल फेंकी थी। यह नो बॉल भारत को बहुत भारी पड़ी। बुमराह की इस गेंद पर पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज फखर जमान कैच आउट हो गए थे, लेकिन थर्ड अंपायर ने टीवी रिप्ले में देखा कि बुमराह का पैर लाइन के बाहर था और इस तरह फखर जमान को जीवनदान मिल गया। बाद में फखर जमान ने 114 रन की पारी खेल डाली थी। उन्होंने अपनी पारी में 12 चौके और 3 छक्के लगाए थे। फखर जमान ने अजहर अली के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 128 रन की पार्टनरशिप की थी।

158 पर ऑलआउट हो गई थी टीम इंडिया

फखर जमान के इस शतक की बदौलत पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत को 339 रन का लक्ष्य दिया था। पाकिस्तान की ओर से अजहर अली ने 59, बाबर आजम ने 46 और मोहम्मद हफीज ने 57 रन की पारी खेली थी। 339 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की बल्लेबाजी बुरी तरह फ्लॉप रही और पूरी टीम सिर्फ 158 रनों पर ऑलआउट हो गई। भारत की ओर से सिर्फ हार्दिक पंड्या ने सबसे अधिक 76 रन बनाए थे। पंड्या ने 43 गेंदों में 76 रन की विस्फोटक पारी खेली थी। गेंदबाजी में पाकिस्तान की ओर से मोहम्मद आमिर और हसन अली ने 3-3 विकेट लिए थे।