भारत-पाकिस्तान के बीच मैच हमेशा हाईवोल्टेज ही रहता है। स्टेडियम में मौजूद क्रिकेट फैंस के नारे और दोनों टीमों के बीच गहमागहमी भरे माहौल को देख मैच का रोमांच देखते ही बनता है। ऐसे में कोई छक्का लग जाए तो फिर बात ही क्या और ऐसे में वो छक्का मारने वाला कोई गेंदबाज हो तो विपक्षी खिलाड़ियों के चेहरे देखने लायक बनते हैं। आज हम आपको इन दोनों पड़ोसी मुल्कों के बीच खेले गए ऐसे ही मैच की याद ताजा करवाने जा रहे हैं।
बता दें कि एशिया कप का ये चौथा मैच दांबुला में 19 जून 2010 को खेला गया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान 49.3 ओवर में 267 रन पर ढेर हो गई। उनकी ओर से सलमान बट्ट ने 85 गेंदों पर 9 चौकों की मदद से सबसे अधिक 74 रन बनाए। भारत की ओर से प्रवीण कुमार ने 3, जबकि जहीर खान और हरभजन सिंह ने 2-2 विकेट चटकाए।
टारगेट का पीछा करते हुए भारत ने अच्छी शुरुआत की। गौतम गंभीर ने 97 गेंदों पर शानदार 83 रन बनाए। वहीं महेंद्र सिंह धोनी ने भी टीम के स्कोर में 56 रन जोड़े। मैच आखिरी ओवर में आ चुका था। टीम इंडिया के पास शेष 3 विकेट थे और जीत के लिए 3 बॉल पर 2 रन की जरूरत थी। स्ट्राइक पर थे हरभजन सिंह, जबकि नॉन स्ट्राइकिंग एंड पर प्रवीण कुमार। मोहम्मद आमिर के हाथों में गेंद थी। हरभजन ने इस गेंद पर छक्का जड़ा और भारत जीत गया।
उस वक्त एक ओर जहां भारतीय खेमे में खुशी की लहर थी। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर वो छक्का तमाचे की तरह पड़ा। सबके चेहरे फिके पड़ गए। हरभजन हवा में हाथ लहराकर खुशी का इजहार कर रहे थे। वहीं शोएब अख्तर ने उन्हें मैदान से बाहर जाने का इशारा किया लेकिन भज्जी अपना काम कर चुके थे और भारत ने इस मैच को 3 विकेट से जीत लिया।
VIDEO: जब कामरान अकमल से भिड़ पड़े थे गौतम गंभीर…

