पाकिस्तान के पूर्व ओपनर मुदस्सर नजर ने शोएब अख्तर से बाबर आजम की जान बचाई थी। बाबर आजम जब 15 साल के थे, तब उन्होंने एक इंटरव्यू में यह किस्सा सुनाया था। उन्होंने बताया था कि किस कारण शोएब अख्तर उनसे नाराज हो गए थे।
यह घटना अंडर-15 के लिए लगे प्रशिक्षण शिविर की थी। पाकिस्तान के पूर्व सलामी बल्लेबाज मुदस्सर नजर टीम के कोच थे। कैंप में खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने के लिए शोएब अख्तर भी गए थे। तभी मुदस्सर नजर ने बाबर आजम से शोएब अख्तर का सामना करने के लिए कहा था।
बाबर आजम ने क्रिकबज को बताया था, ‘मुदस्सर भाई ने कहा था कि वह अंत में आएगा और अपनी पूरी दम भर गेंदबाजी करेगा। शोएब अख्तर भाई और कहा कि किसी को बल्लेबाजी के लिए भेजो और मुदस्सर भाई ने मुझे भेजा। मैं बहुत उत्साहित था, मैंने पैड-अप किया और सोच रहा था कि शोएब अख्तर को खेलेंगे आज।’
उन्होंने मुझसे कहा, ‘बच्चे, रोकना है, ड्राइव नहीं मारना। मैंने कहा ठीक है।’ बाबर आजम ने इसके बाद पहली दोनों गेंदें डिफेंड (रक्षात्मक ढंग से खेलना) कीं, लेकिन तीसरी गेंद पर खुद को ड्राइव करने से नहीं रोक पाए। बाबर ने बताया, ‘मैंने टक किया और एक ड्राइव मार दी!’
शोएब अख्तर ने अपने निर्देशों को दोहराया। उन्होंने कहा, ‘मैं तुम्हें फुलर गेंद करूंगा, ड्राइव नहीं करना, ठीक है?’ बाबर ने हां में सिर हिलाया, लेकिन फिर ड्राइव लगा दी। बाबर ने बताया, ‘मैंने हां तो कर दी, लेकिन मैंने टक किया और फिर ड्राइव लगा दी। इस बार गेंद उनके पैरों के पास से निकली।’
बाबर आजम ने बताया, ‘बस फिर क्या थे, शोएब अख्तर अपना आपा खो बैठे। नई गेंद लाओ, मैं बताता हूं इसे।’ बाबर ने उस घटना को याद करते हुए बताया, ‘उसी समय मुदस्सर नजर आए और कहा- उसे (बाबर) बाहर निकालो, ये (अख्तर) मार देगा इसको!’
बाबर ने बताया था, ‘तब से वह जब भी आते, मुझे फोन करते और मुझे बल्लेबाजी करने के लिए कहते। एक दिन उन्होंने गलती से बाउंसर भी फेंक दी थी।’ बाबर ने बताया, ‘उन्होंने कहा कि वह फुल बॉल करेंगे, करूंगा मैं आगे, लेकिन उनसे वह बाउंसर (गलती से) हो गया। वह गेंद मेरे सिर के ऊपर से निकल गई!’