भारत और न्यूजीलैंड की टीम ग्रीन पार्क स्टेडियम में 29 अक्टूबर को निर्णायक मुकाबले में आमने-सामने होंगी। तीन वनडे मैचों की सीरीज 1-1 से बराबरी पर है और तीसरा तथा आखिरी मैच इस सीरीज के विजेता का फैसला करेगा। दोनों टीमों के लिए यह मुकाबला कई लिहाज से अहम है। भारत अपने घर में सीरीज की हार से बचना चाहेगा वहीं किवी टीम इस स्वर्णिम मौके को भुनाने की पूरी कोशिश में होगी। भारत को उसके घर में सीरीज में मात देना किवी टीम को विश्व क्रिकेट में एक नया मुकाम दे सकता है यह वह भलीभांति जानती है। भारत को घर में आखिरी बार दक्षिण अफ्रीका ने 2015-16 में पांच वनडे मैचों की सीरीज में 3-2 से हराया था।

किवी टीम को अपने पिछले दौरे में भारत ने वनडे सीरीज में 3-2 से मात दी थी। इससे पहले भारत में उसे 2010-11 में 5-0 से हार मिली थी। ऐसे में उसके पास भारत में सीरीज में जीत हासिल करने और इतिहास रचने का बेहतरीन मौका है। मुंबई में खेले गए पहले मैच में न्यूजीलैंड ने जीत हासिल की थी जबकि दूसरे मैच में भारत ने विजय हासिल करते हुए 1-1 से बराबरी कर ली थी। कप्तान विराट कोहली की कप्तानी वाली भारतीय टीम किवी टीम को हल्के में लेने से बचेगी। टीम की बल्लेबाजी कप्तान पर काफी हद तक निर्भर करती है।

मैच दोपहर 1:00 बजे से STAR Sports 1, STAR Sports 1 HD, STAR Sports Hindi 1 और STAR Sports Hindi 1 HD पर देखा जा सकता है।

तीसरे वनडे मैच से पहले भारतीय टीम के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने शनिवार को कहा है कि हाल ही में खत्म हुई श्रृंखलाओं (श्रीलंका और आस्ट्रेलिया) की तुलना में न्यूजीलैंड ने उन्हें मौजूदा श्रृंखला में अच्छी चुनौती दी है। मैच की पूर्व संध्या पर संवाददाता सम्मेलन में भुवनेश्वर ने कहा, “हाल के दिनों में हमें इस तरह की चुनौती नहीं मिली है और यह छोटी सीरीज भी है, इसिलए आखिरी मैच में दबाव होगा कि हम सीरीज हार भी सकते हैं।” उन्होंने कहा, “लेकिन हमने जिस तरह से वापसी की है, इससे हमारी टीम की काबिलियत के बारे में पता चलता है। रविवार के मैच में अहम बात यह होगी कि हम दबाव का किस तरह से सामना करते हैं। हमने पिछले मैच में जिस तरह से खेला था, उसी तरह से इस मैच में खेलने की कोशिश करेंगे।”

लंबी सीरीज और छोटी सीरीज में तुलना के सवाल पर भुवनेश्वर ने कहा, “यह छोटी सीरीज है, लेकिन मानसिकता अन्य सीरीज की तरह ही है। लेकिन जैसा मैंने कहा कि हमें हाल के दिनों में घर में इस तरह की प्रतिस्पर्धा नहीं मिली है, इसलिए हर कोई इस चुनौती के लिए तैयार है।” भुवनेश्वर के हाथों में जसप्रीत बुमराह के साथ भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण की कमान है। विराट कोहली इन दोनों पर काफी भरोसा करते हैं और अंतिम ओवरों में गेंद इन्हें ही थमाते हैं।

भुवनेश्वर ने कहा, “एक खिलाड़ी के तौर पर मुझे लगता है कि मैंने बीते कुछ वर्षो में काफी सुधार किया है। मैंने अपनी स्विंग को बरकरार रखते हुए गति में सुधार किया है। मैंने अपनी बल्लेबाजी भी सुधारी है।” भुवनेश्वर ने टीम के गेंदबाजी कोच भरत अरुण को भी अपनी सफलता का श्रेय दिया। मेरठ के इस गेंदबाज ने कहा, “उन्होंने (भरत अरुण) मुझे काफी कुछ बताया, जिससे मुझे स्विंग वापस हासिल करने में मदद मिली। उनका टीम में योगदान मूल्यवान है।”

हालांकि सलामी जोड़ी से अच्छी शुरुआत उसकी सबसे बड़ी चिंता है। रोहित शर्मा और शिखर धवन की जोड़ी ने भारत को अभी तक ठोस शुरुआत से वंचित रखा है। चौथे नंबर की समस्या के लिए भारत के पास दिनेश कार्तिक के रूप में एक विकल्प है। वह इस सीरीज के दोनों मैचों में खेले हैं। पहले मैच में वह पांचवें नंबर पर खेले थे, लेकिन अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पाए थे। हालांकि उन्होंने दूसरे मैच में चौथे नंबर पर खेलते हुए अर्धशतक जड़ा था।

केदार जाधव ने भी अच्छी प्रतिभा दिखाई है लेकिन वह भी अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पाए हैं। ऐसे में उन्हें भविष्य में अपनी जगह बनाए रखने के लिए बड़ी पारी की जरूरत है। कोहली, जाधव की जगह अंतिम एकादश में मनीष पांडे को भी आजमा सकते हैं। निचले क्रम में हार्दिक पांड्या और महेंद्र सिंह धौनी के रूप में भारत के पास दो बेहतरीन खिलाड़ी हैं।

चौथे नंबर की समस्या के लिए भारत के पास दिनेश कार्तिक के रूप में एक विकल्प है। वह इस सीरीज के दोनों मैचों में खेले हैं। पहले मैच में वह पांचवें नंबर पर खेले थे, लेकिन अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पाए थे। हालांकि उन्होंने दूसरे मैच में चौथे नंबर पर खेलते हुए अर्धशतक जड़ा था। न्यूजीलैंड की ओर से लाथम और टेलर ने पहले मैच में क्रमश: शतक और अर्धशतक जड़े थे। सीरीज में भारत को मात देने के लिए इन चारों में से दो बल्लेबाजों का चलना किवी टीम के लिए बेहद अहम है।

गेंदबाज मोहम्मद शमी ने शुक्रवार को अपने कप्तान विराट कोहली की घरेलू सीरीज में रोटेशन पॉलिसी का समर्थन किया है और कहा है कि इससे उनकी तरह के खिलाड़ियों को अपने आप को लंबी अवधि के लिए तरोताजा रखने का पर्याप्त समय मिलता है। शमी ने यहां संवाददाताओं से कहा, “मैं पूरी तरह से कोहली की रोटेशन पॉलिसी का समर्थन करता हूं। इससे मुझ जैसे खिलाड़ियों को सिर्फ टेस्ट ही नहीं बाकी के प्रारूपों के लिए भी रेस्ट करने का मौका मिलता है।”

टीमें :

भारत : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, दिनेश कार्तिक, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह और युजवेंद्र चहल।

न्यूजीलैंड : केन विलियमसन (कप्तान), मार्टिन गुप्टिल, कोलिन मुनरो, रॉस टेलर, टॉम लाथम (विकेटकीपर), हैनरी निकोल्स, कोलिन डी ग्रैंडहोम, मिशेल सेंटनर, एडम मिलने, ट्रैंट बाउल्ट और टिम साउथी।