इंडियन प्रीमियर लीग 2024 (IPL 2024) सीजन के लिए नीलामी 19 दिसंबर को दुबई में होने वाली है। इससे पहले सभी 10 फ्रेंचाइजियों को अपनी रिटेंशन सूची जारी करनी होगी, जिसकी समय सीमा रविवार, 26 नवंबर है। 26 नवंबर ट्रेड विंडो का आखिरी दिन भी है। रिटेंशन लिस्ट जारी करने से पहले फ्रेंचाइजियों के पास खिलाड़ियों को ट्रेड करने की सुविधा होती है। ट्रेड दो तरह से हो सकता है। फ्रेंचाइजी या तो आपस में क्रिकेटरों की अदला-बदली कर सकती हैं या रकम देकर खिलाड़ियों को खरीद सकती हैं।

इसके अलावा यदि एक से अधिक फ्रेंचाइजी किसी खिलाड़ी को अपने साथ जोड़ने में रुचि रखती हैं, तो क्रिकेटर जिस फ्रेंचाइजी में है, उसके पास यह चुनने का अधिकार है कि वह किस टीम से ट्रेड करेगा। क्रिकेटर को ट्रेड या ट्रांसफर करने से पहले खिलाड़ी की सहमति अनिवार्य है। आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के पास ट्रेड डील को अंतिम मंजूरी देने का अधिकार है।

अभी तक इन खिलाड़ियों का हुआ ट्रेड

हार्दिक पंड्या को गुजरात टाइटंस से मुंबई इंडियंस के ट्रेड करने की खबर चल रही है। इससे पहले वेस्टइंडीज के बॉलिंग ऑलराउंडर रोमारियो शेफर्ड को लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) से मुंबई ट्रेड कर चुकी है। भारतीय तेज गेंदबाज अवेश खान को लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) से राजस्थान रॉयल्स (RR) ने ट्रेड किया। इसके बदले लखनऊ को देवदत्त पडिक्कल मिल गए। मयंक डागर को सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) से रॉयल चैलेजर्स बैंगलोर (RCB) ने ट्रेड किया। शाहबाज अहमद को सनराइजर्स से खेलते देखा जाएगा।

आईपीएल ट्रेड को लेकर गाइडलाइंस

  • ट्रेडिंग विंडो सीजन खत्म होने के 7 दिन बाद से लेकर ऑक्शन से 7 दिन पहले तक खुली रहती है।
  • यह प्लेयर्स ऑक्शन के अगले दिन से लेकर नए सीजन की शुरुआत से 30 दिन पहले तक खुला रहता है।
  • जिन खिलाड़ियों को ऑक्शन में खरीदा जाता है, उनको उस सीजन ट्रेडनहीं किया जा सकता हैष खासकर नीलामी के तुरंत बाद।
  • यदि ट्रेड किया जा रहा खिलाड़ी विदेश से है, तो उसे अपने साथ जोड़ने वाली फ्रेंचाइजी को संबंधित बोर्ड से एनओसी की आवश्यकता होगी।
  • यह खरीदने वाली फ्रेंचाइजी की जिम्मेदारी है कि वह यह सुनिश्चित करे कि जिस खिलाड़ी से ट्रेड किया जा रहा है वह ट्रेड के समय मैच फिट हो। इसके लिए खिलाड़ी का मेडिकल टेस्ट हो सकता है।
  • खिलाड़ियों को ट्रेड करने की सीमा नहीं। कोई भी फ्रेंचाइजी जितना चाहे ट्रेड कर सकती है कर सकती है, लेकिन उसे सैलरी कैप और स्क्वायड कंपोजिशन को ध्यान में रखना होगा।
  • ट्रेडिंग के दौरान एक फ्रेंचाइजी द्वारा दूसरे को भुगतान की गई कोई भी राशि खिलाड़ी के सैलेरी कैप का हिस्सा नहीं होगी।