राजस्थान रॉयल्स ने शुक्रवार को चेन्नई सुपर किंग्स को 4 विकेट से हराकर टूर्नामेंट खुद को जीवित रखा है। चेन्नई ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में राजस्थान के सामने 177 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा था। चेन्नई की टीम इस तरह के स्कोर को इस सीजन पहले डिफेंड कर चुकी थी और राजस्थान के बल्लेबाजों के फॉर्म को देखते हुए मैच चेन्नई के पक्ष में नजर आ रहा था। चेन्नई के डेथ ओवर स्पेशलिस्ट गेंदबाज ड्वेन ब्रावो ने इस सीजन कमाल का प्रदर्शन किया है। इसके बावजूद राजस्थान के खिलाफ ब्रावो 12 रन दे बैठे और टीम को हार का सामना करना पड़ा।

चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी मैदान पर अक्सर कूल अंदाज में नजर आते हैं। मैच में चाहे जीत मिले या हार धोनी के चेहरे के एक्सप्रेशन में ज्यादा बदलाव देखने को नहीं मिलता है। राजस्थान के खिलाफ चेन्नई की जीत प्लेऑफ में टीम का स्थान सुनिश्चित कर देती, लेकिन हार से टीम को आने वाले मैचों में बेहतर प्रदर्शन करना होगा। जोस बटलर ने ब्रावो की पांचवीं गेंद पर दो रन लेकर टीम को जीत दिलाने का काम किया।

मैच जीतने के बाद राजस्थान की टीम। (फोटो सोर्स- पीटीआई)

एक ओर जहां राजस्थान के खिलाड़ी डगआउट से भागकर मैदान पर जश्न मनाने आ रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ धोनी निराशा के साथ अपनी हाथों से गेंद फेंक रहे थे। धोनी के चेहरे से साफ पता चल रहा था कि वो इस हार से काफी नाराज हैं। अंतिम के ओवरों में डेविड विली और ड्वेन ब्रावो ने जिस तरह से रन लुटाए धोनी उससे नाखुश थे। अहम मुकाबलों में हार के बाद भी धोनी नॉर्मल तरीके से ड्रेसिंग रूम की तरफ जाते हैं, लेकिन शुक्रवार को धोनी के तेवर कुछ बदले-बदले नजर आ रहे थे।

लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान को अच्छी शुरुआत की जरूरत थी जो बटलर ने उसे दी। बटलर शुरू से ही आक्रामक खेल खेल रहे थे। उन्होंने पहले ओवर की पहली तीन गेंदों पर डेविड विले पर लगातार तीन चौके मारे। हरभजन सिंह द्वारा फेंके गए दूसरे ओवर में भी उन्होंने दो चौके और एक शानदार छक्का जड़ा। एक तरफ दूसरे बल्लेबाज आउट होते रहे, लेकिन बटलर एक छोर पर खड़े रहे और टीम को जीत दिलाने के साथ ही पवेलियन लौटे।