भारत और आॅस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के धर्मशाला में खेले जा रहे आखिरी मुकाबले में भारतीय कप्तान विराट कोहली नहीं खेल रहे हैं। उनके स्थान पर अजिंक्य रहाणे टीम की कमान संभाल रहे हैं। विराट कोहली के स्थान पर युवा चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को अंतिम एकादश में शामिल किया गया है। विराट कोहली अनफिट हैं और उनके कंधे का स्ट्रैन अभी पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है। भले ही विराट कोहली आखिरी और निर्णायक मुकाबले में खेल नहीं रहे हैं, लेकिन वो टीम के साथी खिलाड़ियों के साथ लगातार बातचीत में बने रहकर उनका हौसला अफजाई कर रहे हैं। विराट कोहली के ना खेलने से भारतीय खेमे में थोड़ी निराशा जरूर हुई होगी, जिसे विराट कोहली मैदान से बाहर रहते हुए भी टीम पर हावी नहीं होने देना चाहते।
धर्मशाला टेस्ट मैच के पहले दिन छठे ओवर में गेंद खराब हो गई थी, तो अंपायर ने गेंद बदलने के लिए इशारा किया। जब तक की दूसरी गेंद आती इस बीच विराट कोहली खिलाड़ियों के लिए ड्रिंक्स लेकर मैदान पर दौड़ते दिखाई दिए। विराट कोहली मैदान पर आए और सीधे इस मैच के कप्तान अजिंक्य रहाणे के पास गए और उनसे बातचीत करने लगे। शायद कोहली ने रहाणे से बातचीत कर उन्हें बताया होगा कि किस तरह की रणनीति बनाकर कंगारू बल्लेबाज़ों पर लगाम लगानी चाहिए। इस बातचीत में उमेश यादव भी इन दोनों खिलाड़ियों के साथ मौजूद थे। क्योंकि उमेश ही छठे ओवर में गेंदबाज़ी कर रहे थे। इस तरह विराट कोहली ने प्लेइंग इलेवन में ना होते हुए भी मैदान पर खुद ड्रिंक्स लाकर एक मिसाल भी पेश की और शानदार खेल भावना का परिचय दिया।
रांची में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में विराट कोहली चोटिल हो गए थे। कोहली के कंधे में स्ट्रैन आ गया था, लेकिन इसके बावजूद उन्होने रांची टेस्ट में खेलना जारी रखा। हालांकि धर्मशाला टेस्ट मैच से पहले ही कोहली की फिटनेस को लेकर सस्पेंस बना हुआ था। लेकिन सभी को पूरी उम्मीद थी कि कोहली इस निर्णायक टेस्ट मैच में जरूर खेलेंगे।सूत्रों के अनुसार विराट कोहली ने इस मुकाबले में खेलने के लिए खुद मना किया। क्योंकि विराट ने टीम में खेलने वाले खिलाड़ियों के लिए एक नियम बनाया हुआ है, और वो है कि जब तक कोई भी खिलाड़ी सौ फीसदी फिट ना हो, तो वो टीम में नहीं खेल सकते। लोकिन इस निर्णायक मैच में ऐसा माना जा रहा था कि विराट खुद अपने इस नियम को तोड़ देंगे। लेकिन कोहली ने मिसाल पेश करते हुए इस नियम को बरकरार रखा और धर्मशाला टेस्ट में खेलने से मना कर दिया। हालांकि टीम इंडिया के फिजियों ने भी कोहली को आराम की ही सलाह दी थी।