भारत को न्यूजीलैंड के हाथों 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में 0-3 से शर्मनाक हार मिली और इस दौरान भारतीय स्टार बल्लेबाज विराट कोहली स्पिन गेंद पर संघर्ष करते हुए नरज आए। कोहली स्पिन को खेलने में पूरी तरह से नाकाम दिखे और इससे सबको काफी हैरानी हुई क्योंकि वो स्पिन के खिलाफ बेहतरीन रहे हैं। पूर्व भारतीय कप्तान जिन्होंने अपने करियर के शुरुआत में सईद अजमल और अन्य कई स्पिनरों के खिलाफ दबदबा बनाया था वो कीवी स्पिनर्स के खिलाफ जूझ रहे थे।

जाफर ने किया रो-को का समर्थन

विराट कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर 6 पारियों में 15.50 की मामूली औसत से केवल 93 रन बनाए। कोहली के खराब फॉर्म पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व भारतीय क्रिकेटर वसीम जाफर ने उनके हालिया फॉर्म खासकर स्पिन के खिलाफ उनका जैसा प्रदर्शन रहा उस पर हैरानी जाहिर की। जाफर ने माना कि स्पिन के खिलाफ विराट कोहली का संघर्ष टेस्ट क्रिकेट में उनके पहले के शानदार प्रदर्शन के बिल्कुल उलट है। हालांकि वसीम जाफर ने माना कि कोहली की फॉर्म में गिरावट कुछ दिन के लिए हो सकती है, लेकिन बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 पूर्व भारतीय कप्तान कोहली और रोहित शर्मा के लिए निर्णायक साबित होगा।

रोहित शर्मा ने हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में भी खराब प्रदर्शन किया था। उन्होंने 15.17 की औसत से केवल 91 रन बनाए। रोहित शर्मा को टर्निंग पिचों पर अपनी लचीली बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है, लेकिन भारतीय कप्तान की हाल ही में स्पिन और सीम गेंदबाजी दोनों का सामना करने में असमर्थता ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बहुप्रतीक्षित पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले चिंता बढ़ा दी है।

वसीम जाफर ने विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों का बचाव करते हुए इस बात पर जोर दिया कि उनके स्तर के खिलाड़ियों का आंकलन किसी एक सीरीज के आधार पर नहीं किया जा सकता। वसीम जाफर ने स्पोर्ट्स तक पर कहा कि मुझे लगता है कि विराट शायद स्पिन के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक थे, जिस तरह से मैंने उन्हें अपने करियर की शुरुआत में (सईद) अजमल और अन्य खिलाड़ियों के खिलाफ खेलते देखा था। मैं खुद वास्तव में हैरान हूं कि विराट इस तरह आउट हो रहे हैं। जाहिर है यह उनकी खराब फॉर्म की वजह से हो रहा है और वो इसकी वजह से रन नहीं बना पा रहे हैं।

जाफर ने आगे कहा कि यहां तक ​​कि रोहित शर्मा ने भी टर्निंग ट्रैक पर कुछ अविश्वसनीय पारियां खेली हैं। आप इस बात पर सवाल नहीं उठा सकते कि उनके पास कौशल नहीं है। ऐसा लगता है कि यह फॉर्म और शॉट चयन का मामूली मसला है। यह सीरीज (बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी) कैसी होती है, यह बहुत महत्वपूर्ण होगा। वे इतने महान खिलाड़ी हैं कि उन्हें एक सीरीज के आधार पर आंका नहीं जा सकता।