लंका प्रीमियर लीग के फाइनल मुकाबले में रविवार को बी लव कैंडी बिना अपने कप्तान वानिंदु हसरंगा के उतरी लेकिन इसके बावजूद खिताब जीता। खिताबी मुकाबले में इस टीम ने दांबुल्ला ऑरा को पांच विकेट से मात दी। हसरंगा ने हैमस्ट्रिंग इंजरी के कारण भले ही फाइनल मुकाबला न खेले हो लेकिन इसके बावजूद उन्होंने टूर्नामेंट के पांच अवॉर्ड अपने नाम किए।
हसरंगा ने लिए सबसे ज्यादा विकेट
हसरंगा टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। उन्होंने 10 मैचों में 37.0 ओवर डाले और 19 विकेट अपने नाम किए। उन्होंने एक मैच में चार और एक में पांच विकेट अपने नाम किए थे। हसरंगा ने बल्ले से भी कमाल किया। 10 मैचों की नौ पारियों में उन्होंने 279 रन बनाए। उन्होंने इस टूर्नामेंट में 34.08 के औसत से रन बनाए।
हसरंगा ने बल्ले से भी ढाया कहर
हसरंगा इस सीजन के सिक्सर किंग साबित हुए। उन्होंने 10 मैचों में 14 छक्के लगाए और 29 चौके भी जड़े। 2 अर्धशतक जड़े हैं। 64 उनका सर्वोच्च स्कोर रहा। हसरंगा इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा स्ट्राइक रेट से रन बनाने वाले बल्लेबाज बने। इस ऑलराउंड प्रदर्शन के कारण उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया। सबसे ज्यादा छक्के लगाने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम जिन्होंने सात छक्के लगाए। सबसे ज्यादा चौके दिनेश चांडीमल ने लगाए।
प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बनकर खुश हैं वानिंदु हसंरगा
वानिंदु हसरंगा ने टूर्नामेंट जीतने के बाद कहा, ‘मैं बल्ले से अपना योगदान देकर बहुत खुश हूं। मैंने कोशिश की कि बल्ले और गेंद से कमाल करके दिखा सकूं। हमारे हेड कोच ने कहा कि मैं ऊपर बल्लेबाजी करूं और मैं इसके लिए तैयार था। मैं बल्ले से कुछ करना चाहता था। मैं जब भी बल्लेबाजी करता हूं तो अपना बेस्ट करना चाहता हूं चाहे मैं कप्तान हूं या नहीं। मैं पहले सीजन में भी प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहा था लेकिन यह ज्यादा खास है।’