भारतीय क्रिकेट टीम के धाकड़ बल्लेबाज रहे वीरेंद्र सहवाग अक्सर अपने शरारती सोशल मीडिया पोस्ट या कमेंट्री के दौरान बयानों के लिए आजकल जाने जाते हैं। वहीं वीरू पाजी अभी ही नहीं बल्कि बचपन से ही काफी शरारती हैं। बचपन में उन्होंने ऐसी-ऐसी शरारतें की हैं जिसके लिए उनकी मां ने उन्हें चप्पल तक से पीटा है।

आपको बता दें कि वीरेंद्र सहवाग का जन्म 20 अक्टूबर 1978 को एक हरियाणवी जाट परिवार में हुआ था। 1999 में उन्होंने भारत के लिए डेब्यू किया था। बचपन से ही वीरू काफी शरारती थे। यहां तक की एक बार तो उन्होंने शरारत-शरारत में अपने पिता का बीड़ी का बंडल भी चुरा लिया था।

बीड़ी चुराने के बाद वीरू और उनका कजिन घर के पास बने हॉस्पिटल की दीवार पर बैठकर बीड़ी के कश लगाने लगे। जैसे ही सहवाग की मां को इस बारे में पता चला उन्होंने उनकी चप्पलों और डंडों से खूब पिटाई की।

पत्नी आरती थीं सहवाग की रिश्तेदार

वीरेंद्र सहवाग की पत्नी आरती अहलावत शादी के पहले उनकी रिश्तेदार थी। दरअसल 1980 के दशक में सहवाग के चचेरे भाई की शादी एक लड़की से हुई। वो लड़की थीं आरती अहलावत की चाची। इस तरह आरती और सहवाग के बीच रिश्तेदारी शुरू हुई। जब दोनों की मुलाकात हुई उस समय सहवाग केवल 7 साल थे और आरती 5 साल की थी।

दोनों ने एक साथ खेलना शुरू किया और अच्छे दोस्त बन गए। जैसे-जैसे वे बड़े होते गए, यह दोस्ती और मजबूत होती गई। यहीं से आरती और वीरेंद्र सहवाग जैसे-जैसे बड़े होते गए धीरे-धीरे दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया।

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वीरेंद्र सहवाग जब 21 साल के थ तो मजाक में ही उन्होंने आरती को प्रपोज किया, लेकिन आरती ने इसे सच मान लिया और उन्होंने तुरंत हां कर दी। जब उनके माता-पिता को इसकी खबर लगी तो उन्होंने शादी से मना कर दिया। दोनों ने तकरीबन 15 साल तक अपने रिश्ते की खबर को सबसे छिपा कर रखा।

आखिरकार 22 अप्रैल 2004 को वीरेंद्र सहवाग और आरती अहलावत शादी के बंधन में बंध गए। 2007 में दोनों एक बेटे के माता-पिता बने जिसका नाम उन्होंने आर्यवीर रखा। इसके बाद 2010 में दोनों के घर दूसरे बेटे का जन्म हुआ जिसका नाम वेदांत है।