क्रिकेट मैच में यदि बल्लेबाज चौके-छक्के लगाए तो उसे सभी से तारीफ मिलती है, लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि किसी बल्लेबाज को छक्के मारने से उसके ही साथी खिलाड़ी ने मना किया हो। यही नहीं छक्का मारने पर बैट से पीटने की धमकी भी दी हो। शायद नहीं, लेकिन ऐसा वीरेंद्र सहवाग के साथ हुआ था और बैट से पीटने की धमकी देने वाले थे क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर।

सहवाग ने एक बांग्ला शो में यह राज खोला था। उस शो की एंकरिंग कर रहे थे सौरव गांगुली। शो में वीवीएस लक्ष्मण, जहीर खान, हरभजन सिंह और रविचंद्रन अश्विन भी मौजूद थे। शो के दौरान सौरव गांगुली ने सहवाग से कहा, ‘हमारे दर्शकों को यह बताएं कि जब मुल्तान में तिहरा शतक लगाया तो 95 से छक्का मारकर शतक पूरा किया, 195 पर छक्का मारकर दोहरा शतक पूरा किया और फिर 295 पर छक्का मारकर तिहरा शतक पूरा किया। उस समय गेंदबाजी कर रहे थे सकलैन मुश्ताक। फील्ड में लॉन्ग ऑफ, लॉन्ग ऑन, डीप मिडविकेट और डीप स्क्वायर लेग पर फील्डर खड़े थे। ऐसा रिस्क क्यों लिया? सिंगल खेलकर तिहरा या दोहरा शतक क्यों नहीं पूरा किया?’

सहवाग ने कहा, ‘अगर सिंगल लेता तो 6 गेंदें खेलनी पड़तीं। छह बार आउट होने की आशंका रहती, लेकिन छक्का मारने पर एक ही गेंद में 6 रन मिल जाते हैं। ऐसे में एक बार ही आउट होने की आशंका है। एक बात और कि जब आप 295 रन पर खेल रहे होते हैं तो आपको विकेट भी मालूम रहता है, बॉलर भी मालूम रहता है। तब बतौर बल्लेबाज आपका कॉन्फिडेंस इतना होता है कि आप सोचते हैं कि मैं जो चाहे कर सकता हूं।’

इसके बाद सहवाग ने कुछ सोचते हुए कहा, ‘100-120 रन के स्कोर तक मैंने 6 या 7 छक्के मारे थे। उसके बाद तेंदुलकर ने आकर बंद करवा दिए थे।’ सौरव गांगुली ने पूछा, ‘बंद करवा दिया मतलब?’ सहवाग ने कहा, ‘उन्होंने बोला अगर अबकी बार तूने छक्का मारा तो मैं तुझे यहीं बैट से मारूंगा।’

सहवाग ने बताया, ‘दरअसल, उससे पहले हम लोग ऑस्ट्रेलिया गए थे। तब मैं मेलबर्न में 195 रन के स्कोर पर छक्का मारने के चक्कर में आउट हो गया था।’ इस पर गांगुली ने कहा, ‘मैंने इसको उस मैच में भी बोला था, सचमुच बोला था कि तू 195 रन पर खेल रहा है। साइमन कैटिस आपको एक फुलटॉस डाल ही देगा। उसको नीचे मारकर 200 बना ले। लेकिन नहीं जनाब, इन्होंने सीधा उठाकर मारा, लेकिन डीप मिडविकेट पर कैच हो गए। मुझे अब भी याद है।’ इस पर जहीर खान ने कहा, ‘जब यह आउट होकर ड्रेसिंग रूम में आया तो यह नहीं कह रहा था कि मेरा 200 मिस हो गया, कह रहा था कि मेरा छक्का मिस हो गया।’