सास-बहू में लड़ाई नहीं हो इसलिए वीरेंद्र सहवाग बिना नंबर की जर्सी पहनकर मैदान में उतरते थे। यह जानकारी उन्होंने खुद ही सार्वजनिक की है। सहवाग ने सोशल मीडिया पर अपने शो वीरू की बैठक के 42वें एपिसोड (Viru Ki Baithak Episode 42) में एक फैंस के सवाल के जवाब में यह जानकारी दी। शो के दौरान सहवाग से आशीष नाम के एक फैन ने पूछा, ‘पाजी आप बहुत से मुकाबलों में बिना नंबर की जर्सी पहनकर खेलते थे। इसके पीछे क्या वजह है?’
फैन के सवाल के जवाब में मुल्तान के सुल्तान के नाम से प्रसिद्ध टीम इंडिया के इस पूर्व ओपनर ने कहा, ‘जब मैं पहली बार वनडे क्रिकेट तो मुझे एक नंबर मिला 44, लेकिन मेरी मम्मी जब ज्योतिषी से पूछने जाती थीं, तो वह कहते थे कि यह 44 नंबर मुझ पर सूट नहीं करता। इसको बदल दो। फिर जब मेरी शादी हुई तब मेरी बीवी भी कहने लगी कि यह नंबर आप पर सूट नहीं करता इसे बदल लीजिए। तो मम्मी ने कहा कि 46 नंबर ले लो, लेकिन बीवी ने कहा कि 2 नंबर लो। तो सास-बहू की लड़ाई नहीं हो इसलिए मैंने नंबर ही नहीं लिया।’ वीरेंद्र सहवाग ने कहा, ‘क्योंकि घर में सब खुश तो मैं भी खुश।’ इस शो के दौरान वीरेंद्र सहवाग ने अपनी बेस्ट ओडीआई (वनडे इंटरनेशनल) पारी भी बताई।
सहवाग से ऋग्वेद नाम के एक फैन ने पूछा, ‘पाजी आपके हिसाब से आपकी सबसे बेस्ट ओडीआई इनिंग कौन सी थी?’ जवाब में सहवाग ने कहा, ‘मैंने बहुत सारी अच्छी वनडे पारियां खेली हैं, लेकिन जो मेरा पहला वनडे शतक था, जिसे मैंने श्रीलंका के कोलंबो में न्यूजीलैंड के खिलाफ बनाया था, वह मेरी बेस्ट ओडीआई इनिंग थी, क्योंकि उसी पारी से मेरी पहचान बनी वनडे इंटरनेशनल में। तो वह हमेशा के लिए बेस्ट रहेगा।’
बता दें कि वीरेंद्र सहवाग क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। वह क्रिकेट के अलावा अन्य मुद्दों पर भी बेबाकी से अपनी राय रखते रहते हैं। हाल ही में उन्होंने मुंबई इंडियंस के स्टार बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव के टीम इंडिया में नहीं चुने जाने को लेकर भारतीय क्रिकेट टीम के चयनकर्ताओं पर कटाक्ष किया था।