वीरेंद्र सहवाग का नाम जहन में आते ही सबसे पहले याद आती है उनके वह शॉट्स जो वह अपने क्रिकेट करियर के दौरान लगाया करते थे। सहवाग अपने क्रिकेट खेलने वाले दिनों में विरोधी गेंदबाजों के लिए बुरा सपना साबित होते थे और जब उनका दिन होता था उनके आगे किसी भी गेंदबाज की नहीं चलती थी। सहवाग ने कभी भी भारतीय टीम के लिए नियमित तौर पर कप्तानी नहीं की, लेकिन उन्हें विशेष परिस्थितियों में टीम की कप्तानी सौंपी जाती थी। वनडे में भी उन्होंने बतौर कप्तान 8 दिसंबर यानी आज के दिन साल 2011 में ऐसा कमाल किया था जो कोई नहीं कर पाया।
12 साल से अटूट है सहवाग का रिकॉर्ड
वीरेंद्र सहवाग ने 12 साल पहले यानी 8 दिसंबर 2011 के दिन वेस्टइंडीज के खिलाफ ऐसी पारी खेली जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गई और सहवाग ने ऐसा रिकॉर्ड बना डाला जिसे अब तक कोई नहीं तोड़ पाया। इंडीज के खिलाफ इस मुकाबले में भारत के कप्तान वीरेंद्र सहवाग थे और उन्होंने ओपनिंग करते हुए ऐताहासिक पारी खेली थी। उस मैच में सहवाग ने इस टीम के खिलाफ 149 गेंदों पर 7 छक्के और 25 चौकों की मदद से 219 रन की पारी खेली थी और यह वनडे क्रिकेट इतिहास का दूसरा दोहरा शतक था। उनकी इस पारी के दम पर भारत ने 50 ओवर में 5 विकेट पर 418 रन का विशाल स्कोर बनाया था।
वहीं इस पारी के दम पर सहवाग वनडे प्रारूप में बतौर कप्तान सबसे बड़ी पारी खेलने वाले पहले बल्लेबाज भी बने थे और उनका यह रिकॉर्ड अब तक कायम है। सहवाग का यह वनडे प्रारूप में बेस्ट व्यक्तिगत पारी भी थी और इस पारी ने सहवाग को क्रिकेट के इस प्रारूप में रिकॉर्ड के शिखर पर लाकर खड़ा कर दिया था। वनडे में पिछले 12 साल से बतौर कप्तान कोई भी सहवाग से बड़ी पारी नहीं खेल पाया। हालांकि एक बार रोहित शर्मा उनके करीब पहुंचे थे और नाबाद 208 रन की पारी जरूर खेली थी, लेकिन वह सहवाग से आगे नहीं निकल पाए थे।
कप्तान द्वारा सर्वोच्च वनडे स्कोर
219 रन – वीरेंद्र सहवाग
208* रन – रोहित शर्मा
189 रन – सनथ जयसूर्या
186रन -सचिन तेंदुलकर
181 रन – सर विव रिचर्ड्स
175रन – कपिल देव