क्रिकेट की दुनिया में कुछ दिग्गज कुछ महान खिलाड़ी और फिर आते हैं वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाड़ी, जिन्होंने अपनी आंखों और हाथों के तालमेल को कला में बदल दिया। उनके बेफिक्र छक्कों ने दुनिया भर के गेंदबाजों के दिल में खौफ पैदा किया। लेकिन अगर आपको लगता है कि उनकी बल्लेबाजी ही उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि थी, तो जरा रुकिए और दिल्ली के हौज खास में बने उनके आलीशान बंगले, कृष्णा निवास, की सैर करें। एक एकड़ में फैला यह 130.86 करोड़ रुपये (लगभग 16 मिलियन डॉलर) का बंगला है। 12 शानदार कमरे, लग्जरी गैरेज, कुत्तों के लिए खास जगह, ट्रॉफी से सजा कमरा और शाही अंदाज वाले इंटीरियर्स के साथ यह घर सहवाग की क्रिकेट के प्यार को दर्शाता है: भव्य, बेखौफ और सामान्य से परे।

कैसे नजफगढ़ के एक साधारण लड़के ने दिल्ली के इस शाही ठिकाने को अपना बनाया? और इस ‘नजफगढ़ के नवाब’ ने अपने घर में कौन से अनोखे अंदाज जोड़े? आइए, इस घर की सैर करें, क्योंकि यह सिर्फ एक घर का दौरा नहीं, बल्कि क्रिकेट की शोहरत को आर्किटेक्चरल शान में बदलने की कहानी है।

कृष्णा निवास: सादगी और शाही ठाठ का संगम

भगवान श्रीकृष्ण के नाम पर बना यह बंगला हौज खास की रईसी गलियों में स्थित है, जहां प्रॉपर्टी की कीमतें आसमान छूती हैं और पड़ोसी कोई राजनयिक, उद्योगपति या बॉलीवुड हस्ती हो सकते हैं। लेकिन कृष्णा निवास अपनी अलग छाप छोड़ता है। यह कोई चमक-दमक वाला महल नहीं, बल्कि सादगी और शाही ठाठ का अनोखा मिश्रण है। मिट्टी के रंगों, हरे-भरे लॉन और विशाल कमरों का यह घर ऐसा लगता है मानो कह रहा हो, “मैंने दो तिहरे शतक जड़े हैं, मुझे चिल्लाने की जरूरत नहीं।”
मजेदार तथ्य: हौज खास का शाब्दिक अर्थ है ‘शाही तालाब’ और सहवाग का यह विशाल बंगला इस शाही दावे को पूरी तरह से सही ठहराता है।

12 कमरे, मंदिर और खुशहाल कुत्तों का ठिकाना

कृष्णा निवास में 12 भव्य कमरे हैं, जिनमें आलीशान फर्नीचर और स्मार्ट-होम सुविधाएं हैं। सहवाग की आध्यात्मिकता को दर्शाता एक निजी मंदिर भी है, जहां वह अपने दिन की शुरुआत करते हैं। और फिर आता है उनके पालतू कुत्तों का खास कोना। सहवाग का कुत्तों के प्रति प्रेम जगजाहिर है। उनके इस बंगले में कुत्तों के लिए विशेष जगह और एक विशाल लॉन है, जहां उनके प्यारे दोस्त खुलकर दौड़ सकते हैं। कल्पना करें, आप एक कप चाय के साथ बरामदे में बैठे हैं और आपका गोल्डन रिट्रीवर एक एकड़ के मैदान में मस्ती कर रहा है।

ट्रॉफी रूम

घर में कदम रखते ही आपका ध्यान ट्रॉफी रूम पर अटक जाएगा, जो किसी क्रिकेट संग्रहालय से कम नहीं। मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड्स, गोल्डन बैट, टेस्ट कैप और शील्ड्स से सजा यह कमरा सहवाग के क्रिकेटिंग सफर का जीवंत दस्तावेज है। हर मेडल और प्लाक एक ऐतिहासिक छक्के, गेम-चेंजिंग पारी या दबाव में जादू बिखेरने की याद दिलाता है। यह कमरा सहवाग का निजी टाइम मशीन है, जो उन्हें उनके सुनहरे पलों में वापस ले जाता है।

नजफगढ़ से हौज खास तक का सफर

हौज खास से पहले सहवाग का पहला आलीशान ठिकाना नजफगढ़ में था, जहां वह बड़े हुए। वह घर पारंपरिक शैली में बना था, लेकिन कम शानदार नहीं था। 12 कमरों, कई रसोईघरों, पर्याप्त कार पार्किंग और भारतीय-वेस्टर्न डिजाइन के मिश्रण के साथ वह घर सहवाग के लग्जरी लाइफस्टाइल का पहला अध्याय था। उस घर का लिविंग रूम काले गेट्स, मूड लाइटिंग और ‘सहवाग्स’ नेमप्लेट के साथ गर्व का प्रतीक था। हाई-एंड म्यूजिक सिस्टम और फ्यूचरिस्टिक किचन ने इसे और भी खास बनाया।

कृष्णा निवास

कृष्णा निवास में सहवाग का दिन फिटनेस ट्रेनर, रसोइया और पुजारी के साथ शुरू होता है। कभी-कभी विराट कोहली जैसे क्रिकेटर दोस्त, पत्रकार या सेलिब्रिटी दोस्त भी आते हैं। एक विजिटर्स बुक भी है, जो अगर बोल पाती तो कई राज खोल देती। सहवाग सोशल मीडिया के लिए कंटेंट शूट करते हैं, विज्ञापन बनाते हैं और अपने लिविंग रूम से मजेदार वीडियो प्रसारित करते हैं। उनके घर में कभी भी सुस्त पल नहीं होता।

क्रिकेटर से उद्यमी तक का सफर

क्रिकेट के मैदान से दूर सहवाग एक सफल निवेशक, शिक्षाविद् और परोपकारी हैं। उन्होंने हरियाणा में सहवाग इंटरनेशनल स्कूल की स्थापना की, एक क्रिकेट अकादमी चलाते हैं और हाल ही में ‘वीएस बाय सहवाग’ नाम से स्पोर्ट्सवेयर ब्रांड लॉन्च किया। 2014 में बनाया गया उनका हरियाणा का फार्महाउस सादगी और प्रकृति के साथ सामंजस्य का प्रतीक है। वास्तु-अनुरूप इंटीरियर्स और क्लासिकल-आधुनिक डिजाइन का यह घर कार्यक्षमता और सौंदर्य का बेहतरीन नमूना है।

सहवाग ने ‘टू ब्रदर्स ऑर्गेनिक फार्म्स’ में भी निवेश किया है, जो भारतीय कृषि में क्रांति लाने के लिए प्रतिबद्ध है। साफ है कि सहवाग का ‘रिटायरमेंट’ दुनिया को बेहतर बनाने और स्टाइल में ऐसा करने का पर्याय है।

सोशल मीडिया का ‘सिक्सर किंग’

सहवाग ट्विटर पर अपने मजेदार बर्थडे विशेज के लिए मशहूर हैं। एमएस धोनी से लेकर सौरव गांगुली तक, उनके बर्थडे थ्रेड्स में हास्य, सम्मान और नॉस्टैल्जिया का मिश्रण होता है। धोनी के लिए उनका एक मैसेज था, “7 महाद्वीप, 7 नोट्स, 7 चक्र और 7वें महीने का 7वां दिन क्रिकेट के 7वें आश्चर्य को जन्म देता है – महेंद्र सिंह धोनी।” यह सहवाग का जादू है!