भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड दौरे है। टीम वहां पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने वाली है, लेकिन इस बार मैदान पर न तो विराट कोहली दिखेंगे और न ही रोहित शर्मा की कप्तानी का दम। दोनों दिग्गज खिलाड़ियों ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। मई के महीने में रोहित और विराट ने 12 संन्यास की घोषणा कर क्रिकेट जगत को चौंका दिया। इस खबर ने न केवल भारतीय प्रशंसकों को झकझोरा, बल्कि पड़ोसी देश पाकिस्तान के दो पूर्व कप्तानों ने भी इस पर अपनी भावनाएं जाहिर की हैं।

कोहली में अभी बहुत क्रिकेट बाकी था:जावेद मियांदाद

पाकिस्तान के दिग्गज बल्लेबाज जावेद मियांदाद ने विराट कोहली को आधुनिक युग का सबसे महान खिलाड़ी करार दिया। टेलीकॉम एशिया स्पोर्ट से बातचीत में मियांदाद ने कहा, “विराट कोहली जैसा खिलाड़ी, कप्तान और मैच विजेता शायद ही कोई हो। उनके खेल के प्रति जुनून को हर कोई जानता है। लेकिन जिस तरह उन्होंने अचानक टेस्ट क्रिकेट छोड़ दी, उससे लगता है कि इस कहानी में कुछ और भी है। मुझे यकीन है कि वह 2027 तक आसानी से खेल सकते थे।”

मियांदाद ने यह भी कहा कि हर बड़े खिलाड़ी के करियर में उतार-चढ़ाव आते हैं, लेकिन कोहली जैसे खिलाड़ी इनसे उबरकर और मजबूत होकर सामने आते हैं। उनके इस बयान ने प्रशंसकों के मन में कई सवाल खड़े कर दिए कि आखिर कोहली ने इतनी जल्दी संन्यास क्यों लिया?

शाहिद अफरीदी की कोहली को लेकर सोच

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने भी कोहली के संन्यास पर अपनी राय रखी। ABP न्यूज के मुताबिक, अफरीदी ने कहा, “विराट कोहली ने भारतीय क्रिकेट के लिए जो किया, उसे भुलाया नहीं जा सकता। वह एक जुझारू खिलाड़ी रहे, कई बार विवादों में भी आए, लेकिन उनकी उपलब्धियां बेमिसाल हैं। अकेले दम पर उन्होंने कई मैच जिताए। ऐसे खिलाड़ी बहुत कम आते हैं।”

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अफरीदी ने कोहली के निजी जीवन का जिक्र करते हुए कहा, “शादी के बाद वह पहले से कहीं ज्यादा परिपक्व हो गए थे। एक बार सुनील गावस्कर ने भी बीसीसीआई से उनके गुस्सैल रवैये पर लगाम लगाने को कहा था, लेकिन कोहली ने खुद को बदला और एक बेहतर इंसान बने। मेरे हिसाब से उन्हें और सम्मान मिलना चाहिए था।”

शाहिद अफरीदी की कोहली को लेकर सोच

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने भी कोहली के संन्यास पर अपनी राय रखी। ABP न्यूज के मुताबिक, अफरीदी ने कहा, “विराट कोहली ने भारतीय क्रिकेट के लिए जो किया, उसे भुलाया नहीं जा सकता। वह एक जुझारू खिलाड़ी रहे, कई बार विवादों में भी आए, लेकिन उनकी उपलब्धियां बेमिसाल हैं। अकेले दम पर उन्होंने कई मैच जिताए। ऐसे खिलाड़ी बहुत कम आते हैं।”

अफरीदी ने कोहली के निजी जीवन का जिक्र करते हुए कहा, “शादी के बाद वह पहले से कहीं ज्यादा परिपक्व हो गए थे। एक बार सुनील गावस्कर ने भी बीसीसीआई से उनके गुस्सैल रवैये पर लगाम लगाने को कहा था, लेकिन कोहली ने खुद को बदला और एक बेहतर इंसान बने। मेरे हिसाब से उन्हें और सम्मान मिलना चाहिए था।”