Virat kohli Loyalty for RCB: विराट कोहली भले ही रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को कभी आईपीएल को कभी खिताब न जिता पाए हो लेकिन इस टीम के लिए उनकी वफादारी का हर कोई कायल है। कोहली साल 2008 में खेले गए पहले सीजन से लेकर अब तक एक ही टीम की ओर से खेले हैं। वो इस लीग में एक ही टीम के लिए सबसे ज्यादा मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं। कोहली को अपनी टीम में शामिल करने के लिए हर फ्रैंचाइजी तैयार है लेकिन पूर्व भारतीय कप्तान इसके लिए तैयार नहीं है।
टॉप ऑर्डर में खेलना चाहते थे कोहली
विराट कोहली ने हाल ही में एक इंटरव्यू में आरसीबी के साथ अपने इस खास रिश्ते के पीछे का कारण बताया। उन्होंने जियोसिनेमा में रॉबिन उथप्पा को इंटरव्यू देते हुए कहा, ‘मैंने लीग की शुरुआत एक और फ्रैंचाइजी से बात की थी कि मैं उनके लिए टॉप ऑर्डर में खेलना चाहता हूं। हालांकि उन्होंने मेरी बात नहीं सुनी। तब मैं पांचवें या छठे नंबर पर खेलता था।’
2011 में कोहली को मिला ऑफर
कोहली ने आगे बताया कि साल 2011 वो फ्रैंचाइजी कोहली के पास लौटी। तब तक कोहली टीम इंडिया में अपनी जगह पुख्ता कर चुके थे और अच्छा खेल रहे थे। इस बार कोहली ने उन्हें मना कर दिया। कोहली ने कहा, ‘मैं आरसीबी को इसलिए अहमियत देता हूं कि लीग के पहले तीन सीजन में उन्होंने मुझे बैक किया। जब मैंने उनसे कहा कि मैं तीसरे नंबर पर खेलना चाहता हूं तो उन्होंने उस फैसले का भी समर्थन किया।’
कोहली ने नहीं छोड़ा आरसीबी का साथ
आरसीबी के कप्तान रह चुके कोहली ने कहा, ‘मैं फ्रैंचाइजी का नाम नही लूंगा लेकिन जब मैं उनसे जुड़ना चाहता था तब उन्होंने मेरी बात नहीं मानी और फिर जब मैं टीम इंडिया के लिए रन बनाने लगा तो उन्होंने कहा कि मैं ऑक्शन में आ जाऊं। मैंने साफ इनकार दिया। मैं उस टीम के साथ रहना चाहता जिसने मुझ पर भरोसा दिखाया।’ कोहली ने 9 सीजन में आरसीबी की कप्तानी की और रनों का अंबार लगा दिया।