Virat Kohli reaction on 71st Century: विराट कोहली ने गुरुवार को 2019 के बाद से पहला शतक जड़ा और भारत को एशिया कप सुपर 4 मैच में अफगानिस्तान के खिलाफ 2 विकेट पर 212 रन बनाने में मदद की। टीम इंडिया ने 101 रन से मैच जीत लिया। कोहली को इस प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। 1020 दिन बाद शतक बानने के बाद पूर्व कप्तान का दर्द छलक उठा और उन्होंने कहा कि 60-70 रन बनाने के बाद भी उन्हें असफल कहा जा रहा था। बहुत अच्छी बल्लेबाजी करना और योगदान देना भी पर्याप्त नहीं लग रहा था।
विराट जब शतक लगाकर वापस आ रहे थे, तब टीम इंडिया के अन्य खिलाड़ी उन्हें बधाई दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने टीम इंडिया के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार से कहा कि उनमें अभी क्रिकेट बाकी है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो काफी वायरल हो रहा है। बता दें कि भुवनेश्वर ने गेंदबाजी में शानदार प्रदर्शन करते हुए 4 ओवर में 4 रन देकर 5 विकेट झटक लिए।
विराट ने अपनी बैटिंग को लेकर कहा, “यह सबकुछ खेल का आनंद लेने, इसको समझने और भगवान के आशीर्वाद से मिला है। मैंने अपनी ताकत से बल्लेबाजी की और मैं खुद हैरान रह गया। मुझे आश्चर्य हुआ कि 60 – 70 रन बानने के बाद भी मुझे असफल बताया जा रहा था। यह मेरे लिए काफी चौंकाने वाला था। बहुत अच्छी बल्लेबाजी करना और योगदान देना भी पर्याप्त नहीं लग रहा था। मैं किसी को कुछ नहीं कह सकता, क्योंकि भगवान ने मुझे अतीत में अच्छी चीजें दी हैं। इसके कारण ही मैं यहां तक पहुंचा हूं, जहां इन चीजों के बारे में बात की जा सकती है।”
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान कोहली ने हाल ही में खेल से एक महीने की छुट्टी ली और इससे उन्हें काफी मदद मिली। वह जानते थे कि तकनीकी रूप से उनके खेल में कुछ भी गलत नहीं था। उन्होंने कहा, “मेरे काफी सुझाव दिए गए। बहुत सलाह दी गई; लोग कह रहे थे मैं यह गलत कर रहा हूं, वो गलत कर रहा हूं। मैंने अपने सबसे अच्छे समय के वीडियो निकाले। मूवमेंट और गेंद के प्रति दृष्टिकोण में कुछ नहीं बदला था, लेकिन जो मेरे दिमाग में चल रहा था मैं उसे किसी को भी समझा नहीं पा रहा था। आपको पता है कि आप कहां खड़े हैं। लोगों की अपनी राय होगी, लेकिन वे यह नहीं समझ सकते कि आप क्या महसूस कर रहे हैं।”
विराट ने अंत में कहा, “मुझे यह स्वीकार करने में कोई शर्म नहीं है कि भगवान हमें सबकुछ देते हैं, हमें बस कड़ी मेहनत करनी है। इसलिए मैं ड्राइंग बोर्ड पर गया और उत्साहित होकर वापस आया। टीम के माहौल से मैं तनावमुक्त रहा और मेरा दृष्टिकोण सही रहा। जब मैं वापस आया तो मुझे बहुत कुछ नहीं कहा गया। उन्होंने सिर्फ बल्लेबाजी करने और इसका मजा लेने को कहा गया।”