भारतीय टैस्ट कप्तान विराट कोहली के लिए गुरुवार का दिन ऐतिहासिक और यादगार होने जा रहा है जब वे अपने घरेलू मैदान फिरोजशाह कोटला पर पहली बार भारतीय टीम की अगुआई करने उतरेंगे। विराट ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चौथे और अंतिम टैस्ट की पूर्व संध्या पर पत्रकारों से कहा कि मेरे लिए यह बहुत बड़ा क्षण होगा और गर्व की बात भी होगी कि मैं अपने घरेलू मैदान पर टैस्ट कप्तान के रूप में अपना पहला टैस्ट खेलूंगा। एक खिलाड़ी के लिए इससे बड़ा क्षण और कोई नहीं हो सकता कि वह अपने घरेलू मैदान में कपतन के तौर पर अपना पहला टैस्ट खेले। यह मेरे लिए विशेष क्षण होगा। विराट ने कहा कि मेरे लिए यह मैदान काफी खास है। यहां ट्रायल मैच के कारण ही मैं जूनियर टीम में चुना गया था जबकि उससे पहले मेरा चयन नहीं हुआ था। मैंने यहां रणजी ट्राफी का पहला मैच खेला, काफी रन भी बनाए और वनडे शतक भी बनाया। यहां खेलना मुझे बेहद पसंद है और कोटला पर खेलने का एक अलग ही अहसास होता है।

कोहली ने कहा कि वे इस मौके को यादगार बनाने की पूरी कोशिश करेंगे और इस टैस्ट के लिए उनके सभी साथी खिलाड़ी भी प्रेरित है। विराट ने कहा कि मैं हमेशा जिम्मेदारी लेना पसंद करता हूं और कप्तानी भी इसी बात का एक हिस्सा है और मैं अपने प्रदर्शन से बाकी खिलाड़ियों को प्रेरित करना चाहता हूं। सीरीज में अपनी बल्लेबाजी को लेकर उन्होंने कहा कि नागपुर में आउट होना मेरी गलती थी। ऐसा नहीं है कि मैं जल्दी आउट हो रहा हूं। मैंने 60-70 गेंदे खेली हैं। मुझे सिर्फ अपनी एकाग्रता पर ध्यान देना है। विराट ने टीम के नेट अभ्यास सत्र के दौरान टीम निदेशक रवि शास्त्री से काफी बात की और अपनी बल्लेबाजी को ठीक करने के लिए उनसे टिप्स भी लिए।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) ने नागपुर की पिच को बेशक खराब करार दिया हो और दुनिया के कई दिग्गज क्रिकेटर मौजूदा सीरीज की स्पिन पिचों को लेकर कड़ी आलोचना कर रहे हों लेकिन भारतीय कप्तान विराट कोहली और टीम इंडिया इन आलोचनाओं की कतई बेपरवाह है। विराट ने कहा कि पिच को लेकर काफी बातें हो रही हैं और लगातार आलोचनाएं भी हो रही हैं। मैं इस बारे में ज्यादा बोलना नहीं चाहूंगा। लेकिन यह जरूर कहना चाहूंगा कि एडिलेड टैस्ट ढाई दिन में खत्म हो गया पर किसी ने उस बारे में कुछ नहीं लिखा। भारतीय कप्तान ने कहा कि कोई यह नहीं देख रहा है कि हम सीरीज में 2-0 से आगे हैं और सीरीज अपने नाम कर चुके हैं। कम से कम हमारी इस कामयाबी के बारे में कुछ सकारात्मक तो लिखिए। सभी पिच की ही आलोचना कर रहे हैं। क्या कोई हमारे बारे में कुछ नहीं लिख सकता।

आइसीसी के नागपुर की पिच को खराब करार दिए जाने के बारे में विराट ने कहा कि हम अच्छा क्रिकेट खेल रहे हैं और जीत रहे हैं। इसलिए मुझे और हमारी टीम को इन आलोचनाओं की कोई परवाह नहीं है। लोग अपने विचार लिख सकते हैं और जो चाहे कह सकते हैं। विराट ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में पांच छह ऐसे मौके आए हैं जब टीमें बहुत कम स्कोर पर आउट हुई हैं लेकिन किसी ने कभी कुछ नहीं लिखा। हमारे देश में इन चीजों को ज्यादा बढ़ा चढ़ा कर पेश किया जाता है। कोहली के मुताबिक जब हम खराब खेलते हैं तो हमारी तकनीक पर सवाल उठा दिए जाते हैं लेकिन जब कोई बाहरी टीम हमारे यहां खराब खेलती है तो विकेट पर सवाल उठा दिए जाते हैं। यह ठीक नहीं है। हमारी जीत पर चर्चा तो ह७ोनी चाहिए लेकिन नहीं हो रही है।

विराट ने कहा कि टीम कोटला टैस्ट जीतकर 3-0 की ऐतिहासिक जीत के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि हम कोटला में पूरी आक्रामकता के साथ खेलेंगे और 3-0 का लक्ष्य हासिल करेंगे। उन्होंने इस बात को खारिज कर दिया कि आखिरी टैस्ट में अंतिम एकादश में किसी तरह का कोई बदलाव होगा। विराट ने कहा कि सीरीज में 2-0 से आगे होने का यह मतलब नहीं है कि हम कोई बदलाव करें। हालांकि कोई भी परिवर्तन परिस्थतियों पर निर्भर करता है। कोहली ने अपने साथी खिलाड़ियों की सराहना करते हुए कहा कि टीम के युवा खिलाड़ी एक नई सोच के साथ खेल रहे हैं। टीम में गजब का आत्मविश्वास है, सभी खिलाड़ी पूरी तरह फिट हैं और मैच चाहे तीन दिन में खत्म हो या पांच दिन में हम उसके लिए तैयार हैं।

विराट ने कहा कि हम इस सीरीज में जिस तरह खेल रहे हैं वह हम सभी के लिए बड़े गर्व की बात है। यह निश्चित रूप से एक अच्छी सीरीज है और लोगों को अच्छी क्रिकेट देखने को मिली है। मोहाली, बंगलुरु और नागपुर में अच्छी संख्या में दर्शक आए थे और जो परिणाम वे देखना चाहते थे वह उन्हें देखने को मिला। हम एक इकाई के तौर पर अपने खेल का मजा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्रीलंका में हमने 22 साल बाद यह टैस्ट सीरीज जीती जबकि किसी को इसकी उम्मीद नहीं थी। हमने दक्षिण अफ्रीका का विदेशी जमीन पर सीरीज न हारने का रेकार्ड भी तोड़ दिया और इसकी भी किसी को उम्मीद नहीं थी। इसके लिए तो हमें सरहा जाना चाहिए।

कोटला टैस्ट जीतकर आइसीसी टैस्ट रैंकिंग में भारत के दूसरे नंबर पर पहुंचने के सवाल पर विराट ने कहा- हम कभी रैंकिंग के लिए नहीं खेलते। हमारा लक्ष्य जीतना रहता है। हम चाहेंगे कि भारतीय टीम में जीतने की ललक पैदा हो ताकि हम विदेशी जमीन पर भी सीरीज जीत सकें जो हमारा अगला सबसे बड़ा लक्ष्य होगा। हमारी टीम युवा है जिसकी सकारात्मक सोच है और हम सब मिलकर आगे बढ़ेंगे।