मैच के दौरान दो टीमों के दर्शकों की आपस में हुई लड़ाई की खबरें अक्सर सामने आती हैं। लेकिन पेरिस में जारी फ्रेंच कप के दौरान स्थिति उस वक्त नियंत्रण से बाहर हो गई जब हिंसा इतनी बढ़ गई कि दर्शकों ने स्टेडियम में आग ही लगा दी। इस दौरान मामला इतना बढ़ गया कि खिलाड़ी अपनी जान बचाकर मैच छोड़कर भागते दिखे।

ये वाकिया है 17 दिसंबर का जब पेरिस के स्टेड चार्लेटी स्टेडियम में दर्शकों की हिंसा के कारण लियोन और पेरिस एफसी के बीच खेले जा रहे फ्रेंच कप फुटबॉल मैच को बीच में रोकना पड़ा। हिंसक दर्शकों ने स्टैंड तक में आग लगा दी जिसके बाद स्टेडियम में भगदड़ मच गई और खिलाड़ी समेत सभी दर्शक इधर-उधर भागने लगे।

मैच के हाफ टाइम के समय जब स्कोर 1-1 की बराबरी पर था तभी दोनों टीम के समर्थक दर्शक दीर्घा में एक-दूसरे से भिड़ गए। इस दौरान स्टेडियम में कुछ जगहों पर आग भी लगा दी गई। दूसरे हाफ की शुरुआत में लगभग 50 मिनट की देरी हुई।

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि हिंसी इतनी बढ़ गई की कुछ दर्शकों ने स्टैंड में आगजनी कर दी। इसके बाद स्टेडियम में भगदड़ मच गई। कुछ लोग स्टेडियम के ऊपरी स्टैंड की सीढ़ियों से गिरते हुए भी दिखे। हिंसक लोगों द्वारा आग को निचले स्टैंड में भी भड़काया गया।

धीरे-धीरे आग ग्राउंड के फेंचेस तक पहुंच गई। इसके बाद तमाम अधिकारी, दर्शक और खिलाड़ी अपनी-अपनी जान बचाकर भागते हुए नजर आए। आखिरकार इस मैच को स्थगित भी कर दिया गया। इसके बाद जब स्थिति नियंत्रित नहीं हुई तो स्टेडियम के अधिकारियों ने मैच स्थगित करने की घोषणा कर दी।

पेरिस एफसी के अध्यक्ष पियरे फेरेसी ने इस घटना के लिए लियोन को दोषी करार दिया तो वहीं लियोन के अध्यक्ष जीन-मिशेल औलास ने अपने क्लब के समर्थकों का बचाव किया। ये घटना शुरू हुई दोनों टीमों के प्रशंसकों के बीच हुई लड़ाई से। जिसके बाद हाथापाई हुई और देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि आगजनी भी कर दी गई।