भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज विनोद कांबली इन दिनों चर्चा में है। हाल ही में द्रोणाचार्य अवॉर्डी रामकांत आचरेकर की याद में हुए कार्यक्रम में कांबली का वीडियो वायरल हुआ जहां वह सचिन तेंदुलकर से हाथ मिलाते हुए नजर आए जोकि उनके बचपन के दोस्त है। कुछ लोगों ने सचिन तेंदुलकर की आलोचना भी की। लोगों का कहना था कि सचिन ने कांबली को उस तरह की अहमियत नहीं दी जैसी बचपन के दोस्तों को दी जाती है। इस बीच संजय मांजरेकर का बयान वायरल हुआ जहां उन्होंने बताया था कि कांबली टीम इंडिया में रहते हुए सचिन तेंदुलकर के साथ कैसा व्यवहार करते थे।

कांबली करते थे सचिन तेंदुलकर को परेशान

मांजरेकर ने बताया कि 1992 वर्ल्ड कप के दौरान जब कांबली को प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिलता था तो वह सचिन की बल्लेबाजी में कमी निकालते थे। केवल कांबली ही थे जो कि सचिन को दुखी कर सकते थे।

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सचिन तेंदुलकर की बल्लेबाजी में कमी निकालते थे विनोद कांबली

मांजरेकर ने स्पोर्ट्स कीड़ा से कहा, ‘यह कहानी 1992 वर्ल्ड कप की है जब विनोद कांबली भारतीय विश्व कप टीम में थे। कांबली एक कैरेक्टर है और वह मेरे और सचिन के साथ बहुत फ्रेंडली थी। वर्ल्ड कप के शुरुआती कुछ मैचों में वह नहीं खेल रहे थे। उसका मूड ख़राब था; वह थोड़ा परेशान था। सचिन और मैं तब टीम का अहम हिस्सा थे और हमें सारे मैच खेलने का मौका मिल रहा था। लेकिन हर मैच के बाद जब हम मिलते तो वह हमारे पीछे आ जाता। वह हमारी आलोचना करता था कि ये कैसी बैटिंग है? आप और तेज खेल सकते थे। उन्होंने सचिन को भी नहीं बख्शा।’

विनोद कांबली करते थे बयानबाजी

अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा, ‘जिम्बाब्वे के खिलाफ एक मैच में सचिन और मेरी अच्छी साझेदारी हुई थी। छोटा लक्ष्य था और हमने मैच जीत लिया। इसके बावजूद, शाम को कांबली फिर कहते, मैच में सब ठीक था लेकिन हम इसे बहुत पहले ही जीत सकते थे। उन्होंने सचिन से कहा कि जॉन ट्रैकोस बहुत ही साधारण गेंदबाज हैं। आप उसकी गेंद पर छक्के-चौके मार सकते थे; आप सिंगल्स ले रहे थे। सचिन ने कहा कि हमारा लक्ष्य मैच जीतना था। अगर कोई एक व्यक्ति है जो सचिन को परेशान कर सकता है, तो वह विनोद कांबली हैं।”