भारतीय कप्तान शुभमन गिल गुरुवार (10 जुलाई) को तीसरे टेस्ट के पहले दिन इंग्लैंड के बल्लेबाजों के साथ थोड़ा माइंडगेम खेलने के मूड में दिखे। इस दौरान उन्होंने मेजबान टीम की धीमी रन गति का मजाक उड़ाया, जो उनके बैजबॉल रवैये के बिल्कुल विपरीत है। इंग्लैंड ने बेन डकेट और जैक क्रॉली के दो विकेट जल्दी गंवा दिए और 35.4 ओवर में 100 रन पूरे किए। घरेलू सरजमीं पर टेस्ट में उनका सबसे धीमा 100 रन था।
इंग्लैंड का रन रेट 3 से नीचे था। ऐसे में गिल ने तंज कसते हुए कहा, ” नो मोर एंटरटेनिंग क्रिकेट। वेलकम बैक टू बोरिंग टेस्ट क्रिकेट ब्यॉज।” इससे पहले ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी ने अपने पहले ओवर में दो विकेट चटकाए। उम्मीद के मुताबिक, प्रसिद्ध कृष्णा की जगह जसप्रीत बुमराह को भारतीय प्लेइंग इलेवन में एकमात्र बदलाव के तौर पर शामिल किया गया। बेन स्टोक्स ने बैजबॉल युग में सिर्फ दूसरी बार घरेलू सरजमीं पर बल्लेबाजी करने का फैसला किया।
बेहतरीन गेंदबाजी
बुमराह, आकाशदीप और मोहम्मद सिराज की तिकड़ी ने सवाल पूछे, लेकिन इंग्लैंड की ओपनिंग जोड़ी बेन डकेट (40 गेंदों पर 23 रन) और जैक क्रॉली (43 गेंदों पर 18 रन) ने पहले घंटे तक टिके रहकर 13 ओवर में बिना किसी नुकसान के 39 रन बनाए। बुमराह ने पैविलियन एंड और नर्सरी एंड दोनों से गेंदबाजी की, जबकि एजबेस्टन में 10 विकेट लेने वाले आकाशदीप ने नर्सरी एंड से नई गेंद से गेंदबाजी की।
पहली सफलता खराब गेंद पर मिली
कप्तान गिल पहले घंटे के बाद आकाशदीप को वापस ला सकते थे, लेकिन उन्होंने नर्सरी एंड से रेड्डी को गेंद थमा दी और उन्होंने निराश नहीं किया। पहली सफलता खराब गेंद पर मिली। डकेट ने लेग साइड पर शॉर्ट गेंद को विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों में थमा दिया।
कॉली का बेहतरीन गेंद पर विकेट
ओली पोप अगली ही गेंद पर आउट हो सकते थे, लेकिन गिल गली में एक मुश्किल मौके का फायदा नहीं उठा सके। ओवर की आखिरी गेंद पर क्रॉली का विकेट गिरा। यह एक खूबसूरत गेंद थी जो लेंथ पर गिरी बाहर की तरफ निकली। बाहरी किनारा लेकर विकेटकीपर के पास पहुंच गई।