न्यूजीलैंड के बे ओवल मैदान में खेले गए अंडर 19 वर्ल्ड कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हराकर भारत चौथी बार वर्ल्ड चैंपियन बन गया है। भारत ने रिकॉर्ड चौथी बार यह खिताब अपने नाम किया है। मनजोत को उनके शानदार खेल के लिए मैन ऑफ द मैच का खिताब दिया गया। इस टूर्नामेंट में शुभमन गिल को उनके शानदार परफॉर्मेंस के लिए मैन ऑफ द सीरीज का खिताब दिया गया। शुभमन ने इस टूर्नमेंट में कुल 5 पारियां खेलीं, जिनमें उन्होंने एक शतक समेत 3 फिफ्टी बनाईं। इसके साथ ही इस अंडर-19 टीम के कप्तान पृथ्वी शॉ ने भी अपने नाम कुछ खास रिकॉर्ड दर्ज कर लिए हैं। टीम इंडिया के कप्तान पृथ्वी शॉ अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने वाले सबसे कम उम्र के कप्तान बन गए हैं। पृथ्वी शॉ ने यह खिताब 18 साल और 86 दिन की उम्र में पूरा किया। पृथ्वी से पहले सबसे कम उम्र में इस खिताब को हासिल करने वाले खिलाड़ी मिचेल मार्श थे। 2010 में मिचेल मार्श ने 18 साल और 102 दिनों की उम्र में यह खिताब जीता है।

पृथ्वी शॉ ने एक और कारनामा करते हुए विराट कोहली की बराबरी कर ली है। युवा वनडे क्रिकेट में बतौर कप्तान 100 प्रतिशत जीत के मामले में पृथ्वी शॉ ने कप्तान विराट कोहली की बराबरी कर ली है। पृथ्वी ने भी विराट की ही तरह 11 मैच में कप्तानी की और सबमें जीत हासिल की। इसके बाद 8 मैच में 100% जीत का रिकॉर्ड रखने वालों में एडेन मारर्कम और कैमरुन व्हाइट का नाम शुमार है। इसके साथ ही पृथ्वी शॉ अंडर -19 में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय कप्तान भी बन गए हैं। पृथ्वी शॉ ने इस टूर्नामेंट में 6 मैचों में 261 रन बनाए और उनका औसत 65.25 रहा। इससे पहले साल 2012 में उनमुक्त चंद ने 6 मैचों में 246 रन बनाए और उनका औसत 49.20 रहा। विराट कोहली ने 2008 ने 6 मैचों में 235 रन बनाए और उनका औसत 47.00 रहा। पार्थिव पटेल (2002) ने 7 मैचों में 184 रन बनाए और उनका औसत 26.28 रहा था।

अंडर-19 वर्ल्ड कप 2018 में टीम इंडिया के कप्तान पृथ्वी शॉ का सफर काफी शानदार रहा। टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए पहले मैच में पृथ्वी ने 94 रनों की पारी खेली थी। इसके बाद पापुआ न्यू गिनी के साथ हुए मुकाबले में उन्होंने नाबाद 57 रनों की पारी खेली। बांग्लादेश के खिलाफ 40 और पाकिस्तान के खिलाफ 41 रनों की पारी खेली। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए फाइनल मुकाबले में कप्तान पृथ्वी शॉ ने 29 रनों की पारी खेली।