वर्ल्ड कप 2023 में खराब प्रदर्शन करने वाली पाकिस्तान क्रिकेट टीम में बदलाव का दौर जारी है। भारत में खेले गए टूर्नामेंट में गेंदबाजों के खराब प्रदर्शन के बाद मोर्ने मोर्कल ने गेंदबाजी कोच पद से इस्तीफा दे दिया था। पाकिस्तान की टीम को एक नहीं दो-दो गेंदबाजी कोच मिले हैं। उमर गुल को फास्ट बॉलिंग कोच और सईद अजमल को स्पिन बॉलिंग कोच नियुक्त किया गया है। गुल और अजमल अपने जमाने के दिग्गज गेंदबाज रहे हैं। हालांकि, अजमल का करियर बहुत छोटा रहा। संदिग्ध एक्शन के कारण उनका करियर खत्म हो गया था।

गुल और अजमल का बॉलिग कोच के तौर पर पहला असाइनमेंट पाकिस्तान का ऑस्ट्रेलिया दौरा होगा। दोनों टीमों के बीच 14 दिसंबर 2023 से 7 जनवरी 2024 के बीच टेस्ट सीरीज होगी। इसको बाद 12 से 21 जनवरी 2024 के बीच पाकिस्तान की टीम न्यूजीलैंड दौरे पर टी20 सीरीज खेलेगी।

उमर गुल पहले भी पाकिस्तान के गेंदबाजी कोच रह चुके हैं

उमर गुल पहले भी पाकिस्तान के गेंदबाजी कोच रह चुके हैं। वह अफगानिस्तान के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के लिए गेंदबाजी कोच थे। इसके अलावा वह पीएसएल के पिछले सीजन में क्वेटा ग्लैडियेटर्स के गेंदबाजी कोच और टी20 वर्ल्ड कप 2022 में अफगानिस्तान के गेंदबाजी कोच भी रहे हैं।

सईद अजमल के करियर पर नजर

उमर गुल ने 2003 से 2016 के बीच पाकिस्तान के लिए 47 टेस्ट, 130 वनडे और 60 टी20 मैच खेले और अपने देश के लिए 378 विकेट लिए। पाकिस्तान के स्पिन गेंदबाजी कोच अजमल ने 35 टेस्ट, 113 एकदिवसीय और 64 टी20 में टीम का प्रतिनिधित्व किया है। तीनों प्रारूपों को मिलाकर 447 विकेट लिए हैं। कोचिंग अनुभव की बात करें तो उन्होंने पीएसएल फ्रेंचाइजी इस्लामाबाद यूनाइटेड के स्पिन गेंदबाजी कोच के रूप में कार्य किया।

संदिग्ध एक्शन से खत्म हुआ अजमल का करियर

सईद अजमल की पाकिस्तान के दिग्गज स्पिनर्स में होती है। हालांकि, उन्होंने अपना अंतरराष्ट्रीय पदार्पण देर से किया। 2008 एशिया कप में मिस्बाह-उल-हक की कप्तानी में वह अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। दो बार उनके गेंदबाजी एक्शन पर सवाल उठे। 2009 में पहली बार ऐसा हुआ था। जल्द ही उन्हें क्लीन चिट दे दी गई। 2014 में वह पीक पर थे तब दूसरी बार उनके एक्शन पर सवाल उठा।

एक्शन बदलने के बाद नहीं रहे प्रभावी

सईद अजमल बैन लगने के दौरान दुनिया के नंबर 1 वनडे गेंदबाज थे और टेस्ट और टी20 दोनों रैंकिंग में शीर्ष दस में थे। उस समय, पिछले तीन वर्षों की अवधि में किसी ने भी उनसे अधिक अंतरराष्ट्रीय विकेट नहीं लिए थे। एक्शन में बदलाव के बाद उन्होंने वापसी की और वह प्रभावी नहीं रहे। उन्होंने विश्व कप के बाद 2015 में सिर्फ दो वनडे और एक टी20 मैच खेला।