पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने बल्लेबाज उमर अकमल को तीन साल के प्रतिबंधित कर दिया है। 29 साल के अकमल अब तीनों फॉर्मेट में अगले तीन साल तक टीम का प्रतिनिधित्व नहीं करेंगे। दो महीने पहले से उनके खिलाफ पीसीबी की अनुशासनात्मक समिति मैच फिक्सिंग के आरोपों की जांच कर रही थी। अकमल ने पिछली बार टीम का प्रतिनिधित्व अक्टूबर 2019 में श्रीलंका के खिलाफ लाहौर में खेले गए टी20 मुकाबले में किया था।
हालांकि, पीसीबी ने अकमल के खिलाफ जांच शुरू करने के खास कारणों का खुलासा नहीं किया था। इस साल फरवरी में बोर्ड के भ्रष्टाचार-निरोधी संहिता के आर्टिकल 2.4.4 के दो उल्लंघनों के कारण उनके खिलाफ जांच शुरू की गई थी। पीसीबी ने ट्वीट कर अकमल पर लगे प्रतिबंध के बारे में जानकारी दी। बोर्ड ने कहा, ‘‘उमर अकमल पर अनुशासनात्मक पैनल के अध्यक्ष जस्टिस (रिटायर्ड) फजल-ए-मीरन चौहान की ओर से क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से तीन साल का प्रतिबंध लगाया गया है।’’
Umar Akmal handed three-year ban from all cricket by Chairman of the Disciplinary Panel Mr Justice (retired) Fazal-e-Miran Chauhan.
— PCB Media (@TheRealPCBMedia) April 27, 2020
उमर अकमल को पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) 2020 के शुरू होने से कुछ देर पहले सस्पेंड किया गया था। तब उनकी टीम क्वेटा ग्लेडिएटर्स का मुकाबला इस्लामाबाद से होना था। वे पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर कामरान अकमल के छोटे भाई और मौजूदा कप्तान बाबर आजम के रिश्तेदार हैं। कामरान ने पाकिस्तान के लिए 53 टेस्ट, 58 टी20 और 157 वनडे मुकाबले खेले हैं। दूसरी ओर, उमर ने 16 टेस्ट, 121 वनडे और 84 टी20 मैच खेले हैं। उन्होंने टेस्ट में 1003, वनडे में 3194 और टी20 में 1690 रन बनाए हैं।
उमर अकमल ने अपने पहले ही टेस्ट में न्यूजीलैंड के खिलाफ शतक लगाया था। तब उन्हें भविष्य का स्टार बताया गया था। हालांकि, वे अपने प्रदर्शन में निरंतरता नहीं रखे। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद पीसीबी में हो रहे लगातार विवादों से परेशान हो गए थे। उन्होंने कहा था कि जो भी इस खेल में भ्रष्टाचार करे, उसे फांसी पर चढ़ा देना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘फिक्सिंग में शामिल क्रिकेटरों को कड़ी सजा देनी चाहिए। बोर्ड को एक उदाहरण पेश करना चाहिए और ऐसे गलत करने वालों को फांसी पर लटका देना चाहिए।’’