भारतीय निशानेबाज सिंहराज अडाना ने पैरालंपिक खेलों में मंगलवार को टोक्यो में पी1 पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच1 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। अडाना ने कुल 216.8 अंक बनाकर तीसरा स्थान हासिल किया। उन्होंने छठे स्थान पर रहकर आठ निशानेबाजों के फाइनल में जगह बनायी थी। हालांकि, क्वालिफिकेशन में 575 अंक के साथ शीर्ष पर रहने वाले मनीष नरवाल फाइनल में सातवां स्थान ही हासिल कर पाए।

अडाना शीर्ष तीन में जगह बनाने के लिए शुरू से ही संघर्षरत थे। उनका 19वां शॉट सही नहीं लगा। इस कारण वह पिछड़ गए थे, लेकिन उनका 20वां प्रयास अच्छा रहा, जबकि इसमें चीन के झियालोंग लोउ 8.6 अंक ही बना पाए। हालांकि, चीन ने फाइनल में दबदबा बनाए रखा। मौजूदा चैंपियन चाओ यांग (237.9 पैरालंपिक रिकॉर्ड) ने स्वर्ण और हुआंग झिंग (237.5) ने रजत पदक जीता।

भारत का यह वर्तमान खेलों में निशानेबाजी में दूसरा पदक है। सोमवार को अवनि लेखरा ने आर-2 महिला 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था। अडाना के इस पदक से भारत की टोक्यो पैरालंपिक्स में पदकों की संख्या आठ पहुंच गई है।

एसएच1 वर्ग में निशानेबाज एक हाथ से ही पिस्टल थामते हैं। उनके एक हाथ या पांव में विकार होता है। इसमें निशानेबाज नियमों के अनुसार बैठकर या खड़े होकर निशाना लगाते हैं।

टोक्यो पैरालंपिक्स की पॉइंट टेबल की बात करें तो भारत 28वें स्थान पर पहुंच गया है। पहले वह 34वें नंबर पर था। टोक्यो पैरालंपिक्स में भारत ने अब तक 2 गोल्ड मेडल, 4 सिल्वर मेडल और 2 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं।

बता दें कि भारत का पैरालंपिक्स में अब तक का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारत ने पैरालंपिक्स में 1968 से हिस्सा ले रहा है। इससे पहले भारत का 2016 रियो पैरालंपिक और 1984 न्यूयॉर्क पैरालंपिक्स में रहा था।

तब भारत ने दोनों ही बार 4-4 पदक जीते थे। भारत ने पैरालंपिक्स में अब तक कुल 20 पदक जीते हैं। इनमें से 6 गोल्ड मेडल, 8 सिल्वर मेडल और 6 ब्रॉन्ज मेडल हैं।