टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत की स्टार टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा ने हार के बाद ‘कोच विवाद’ पर अपनी तकलीफ़ बयां की है। मनिका ने टीवी न्यूज़ चैनल ‘आज तक’ से बात करते हुए कहा कि इस ओलंपिक में जो गलतियाँ हुई हैं उन्हें मैंने लिख लिया है। पेरिस ओलंपिक में सिर्फ 3 साल हैं। ऐसे में मैं फिर से वही गलतियाँ दोहराना नहीं चाहती।
पत्रकार ने पूछा कि मैच के दौरान आपके पास कोई नहीं था। लेकिन आपके विरोधी के पास 3-3 लोग थे। ऐसा क्यों? इसपर मनिका बत्रा ने कहा “सब को अपने पीछे कोई न कोई सपोर्ट चाहिए होता है। जिसके साथ में खेल रही थी, उसके साथ भी उनके कोच थे। ओलंपिक के इतने बड़े इवैंट में आपको एक सपोर्ट चाहिए होता है। आपको सलाह देने के लिए, मासिक रूप से शांत रखने के लिए कोच का साथ होना बहुत जरूरी है।”
मनिका ने कहा “मैंने अनुरोध किया था पहले कोच देने के लिए। लेकिन ठीक है, मैं किसी पर इल्ज़ाम नहीं लगाना चाहती। अगर होता तो अच्छा होता। इंडिया के खिलाड़ियों में ही सुतीर्थ के पास उनका निजी कोच रॉय था। मैच में जब आपके साथ कोई होता है तो वो काम आता है।”
मनिका ने कहा “मैं अब अपनी ट्रेनिंग में ध्यान दूँगी। इसके बारे में नहीं सोचूँगी। अब मुझे पेरिस की तैयारी करनी है।” बता दें टेबल टेनिस फेडरेशन ने मोनिका पर कार्रवाई की धमकी है। फेडरेशन के महासचिव अरुण बनर्जी ने स्पष्ट कर दिया है कि टोक्यो ओलंपिक में मनिका बत्रा के राष्ट्रीय कोच सौम्यदीप रॉय को उनके पक्ष में रखने से इनकार करने पर दल के देश लौटने पर चर्चा की जाएगी।
बनर्जी ने कहा कि कार्यकारी समिति कार्रवाई के बारे में फैसला करेगी। मनिका की ओर से सुतीर्थ मुखर्जी के निजी कोच सौम्यदीप को बुलाना गैर-पेशेवर था। अरुण बनर्जी ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि सौम्यदीप राष्ट्रीय कोच हैं। मनिका की ओर से यह कहना गलत है कि उनके कोच को जाने की अनुमति नहीं थी। वह भारत से जाने से पहले जानती थी कि कोचों की पहुंच क्या है।