Tokyo Olympic 2020: रियो ओलंपिक 2016 में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली रेसलर साक्षी मलिक का टोक्यो ओलंपिक में खेलने का सपना टूट गया है। शनिवार (10 अप्रैल) को एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर्स में भारत की युवा पहलवान अंशू मलिक और सोनम मलिक ने शानदार प्रदर्शन करते हुए शनिवार को टोक्यो के लिए क्वालीफाई कर दिया है। सोनम ने कोटा हासिल करके साक्षी मलिक के लिए रास्ता बंद कर दिया। सोनम ने हाल में ट्रायल्स में साक्षी को हराया था।
जूनियर से सीनियर वर्ग में पहुंची 19 वर्षीय अंशू और 18 वर्षीय सोनम से पहले अनुभवी विनेश फोगाट (53 किग्रा) ने ओलंपिक में जगह बनाई थी। इस तरह से रेसलिंग में भारत की तीन महिला खिलाड़ी टोक्यो में अपना दावा पेश करेंगी। विनेश ने 2019 में विश्व चैंपियनशिप से क्वालीफाई किया था। भारत के कुल मिलाकर सात पहलवान ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं। पुरुषों में बजरंग पूनिया (65 किग्रा), रवि दहिया (57 किग्रा) और दीपक पूनिया (86 किग्रा) ने फ्रीस्टाइल वर्ग में क्वालीफाई किया है।
अंशू ने 57 किग्रा में पूरा दबदबा दिखाया जबकि सोनम भी 62 किग्रा में पीछे नहीं रही। अंशू के दबदबे का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उन्होंने फाइनल तक पहुंचने में केवल दो अंक गंवाए। उन्होंने अपने तीनों मुकाबले तकनीकी दक्षता से जीते। उन्होंने कोरिया की जियुन उम को हराकर शुरुआत की तथा फिर कजाखस्तान की इम्मा टिसिना और सेमीफाइनल में शोखिदा अखमेदोवा को हराया।
सोनम ने चीन की जिया लोंग को 5-2 से हराकर ताइपै की सिन पिंग पाइ को तकनीकी दक्षता से पराजित किया। सेमीफाइनल में वह कजाखस्तान की अयालिम कासिमोवा से 0-6 से पिछड़ रही थी लेकिन लगातार नौ अंक बनाकर अपने लिए कोटा सुरक्षित करने में सफल रही। सीमा बिस्ला ने 50 किग्रा भार वर्ग अपने तीनों मुकाबले हारने के कारण दौड़ से बाहर हो गई। निशा 68 किग्रा में कोटा हासिल करने के करीब पहुंची थी लेकिन वह सेमीफाइनल में 3-1 की बढ़त के बावजूद किर्गीस्तान की मीरिम जुमनाजारोवा से हार गई।