दक्षिण अफ्रीकी आफ स्पिनर डेन पीएट पिछले साल कंधे की चोट से जूझ रहे थे जिसके कारण उनका करियर भी दांव पर लग गया था लेकिन 16 महीने बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी के बाद उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। पीएट ने भारत के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच के पहले दिन का समाप्त होने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं निश्चित तौर पर पूर्व फिजियो शेन जाबर और अपने सर्जन जो डि बीयर का आभार व्यक्त करता हूं। पिछले साल हैदराबाद में चैंपियन्स लीग के दौरान लगी चोट के बार जो के चैंबर में जाना भी बहुत मुश्किल था। उन्होंने (डि बीयर) ने कहा कि इसका दोनों तरह से असर पड़ सकता। या तो आपके अनुकूल या फिर हो सकता है कि आप फिर से नहीं खेल पाओ। इससे मैं काफी आहत हुआ और मैंने वापसी करने तक किसी से यह बात नहीं कही थी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह बेहद कड़ी राह थी। कई खिलाड़ी आ रहे थे और मुझसे पहले खेल रहे थे इसलिए मैं जानता था कि मुझे वापसी के लिये लंबी राह तय करनी होगी। यह वास्तव में मेरे लिये भावनात्मक और शारीरिक रूप से काफी मुश्किल दौर था। आज मैंने वापसी की और चार विकेट लिये। यह मेरे लिये वास्तव में सपना सच होने जैसा है।’’

वापसी के बारे में पूछे जाने पर पीएट ने कहा, ‘‘जब मैंने केप कोबराज के लिये वापसी की तो मुझे लगा कि मैं 3000 रन देकर तीन विकेट लूंगा। वापसी करना बहुत मुश्किल था लेकिन दक्षिण अफ्रीका ए टीम की तरफ से केरल में भारत ए के खिलाफ खेलने से मेरा काफी आत्मविश्वास बढ़ा और मैं समझ गया कि मैं अपने सर्वश्रेष्ठ के करीब हूं।’’

पीएट ने कहा, ‘‘अब मैंने विकेट लेने की अपनी योग्यता दिखा दी है और मैं यही चाहता था। मैं अपने देश का प्रतिनिधित्व करने के प्रत्येक क्षण का लुत्फ उठा रहा हूं और अपना सर्वश्रेष्ठ कर राह है।’’ मैच के बारे में पीएट ने कहा, ‘‘यह मैच अभी बराबरी पर है। यह इस पर निर्भर करता है कि कल (शुक्रवार) सुबह हम कैसी गेंदबाजी करते हैं। यदि हम उन्हें 250 रन पर रोक देते हैं तो यह अच्छा स्कोर होना चाहिए। अब भी कुछ गेंद उछाल ले रही है।’’

इस ऑफ स्पिनर को विश्वास है कि इस पिच पर मैच पांच दिन तक चलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे ऐसा लगता है। मोर्ने मोर्कल की एक दो गेंद तेजी से उठी थी इसलिए यहां तेज गेंदबाजों को भी मदद मिल रही है। मुझे नहीं लगता कि यह अन्य विकेटों की तरह टूटेगा।’’

मोहाली और नागपुर में मौका नहीं मिलने के संबंध में पीएट ने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर श्रृंखला में पहले के विकेट काफी टर्न ले रहे थे। इसलिए वहां खेलना अच्छा होता है लेकिन मेरा समय अब आया है और मैं इस पिच का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहता हूं। ’’

नये बल्लेबाज के लिये लॉन्ग ऑन और डीप मिडविकेट पर क्षेत्ररक्षक रखने के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘यह अश्विन से सीखा। हमारे खिलाड़ियों के लिये वह भी ऐसा ही करता है। वे आक्रामक होकर खेल रहे थे और मुझे लगा कि वे मेरे सिर के ऊपर से शॉट मारकर मुझे दबाव में लाना चाहेंगे। मैंने कप्तान से वहां पर क्षेत्ररक्षक रखने के लिये कहा।’’